लम्बे अरसे से चल रही कयासबाजी पर विराम लगाते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्या ने आज भाजपा का दामन थाम लिया। बहुजन समाज पार्टी के महासचिव और मायावती के अजीज रहें स्वामी प्रसाद मौर्या आखिरकार भाजपा में शामिल हो गए।
- नई दिल्ली स्थित भाजपा के मुख्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष की मौजूदगी में मौर्य ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
- इस दौरान भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश शर्मा, ओम माथुर और सांसद शिव प्रताप शुक्ला मौजूद रहें।
- स्वामी प्रसाद मौर्य अपने हजारों समर्थकों के साथ भाजपा के खेमें में शामिल हुए।
- मौर्य के बसपा छोड़ने के साथ ही कयास लगाए जा रहें थे कि वह भाजपा के साथ जाएंगे।
- मायावती का साथ छोड़ने के बाद से ही मौर्य भाजपा नेताओं के संपर्क में थें।
- हालांकि सपा ने स्वामी प्रसाद की तरफ हाथ बढ़ाया था लेकिन कुछ मुद्दों पर बात नहीं बनी।
- पिछले करीब एक महीने में यूपी भाजपा प्रभारी ओम माथुर ने दो बार उनकी मुलाकात अमित शाह के कराई थी।
- भाजपा प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद ओम माथुर ही मौर्य को भाजपा के करीब ले कर आये हैं।
- खबर है कि प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्या नहीं चाहते थें कि स्वामी प्रसाद भाजपा में आयें।
- केशव मौर्या के विरोध को दरकिनार कर माथुर लगातार स्वामी प्रसाद को पार्टी में शामिल करने की पैरवी करते रहें।
अम्बेडकर के मिशन की दी जा रही बलिः
- स्वामी पार्टी अध्यक्ष मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए 22 जून को बसपा से अलग हुए थें।
- उन्होने मायावती पर धोखाधड़ी का आरोप भी लगाया था।
- बसपा के पूर्व नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने गाली कांड में भी मायावती पर जमकर हमला बोला था।
- उन्होंने कहा कि, खुद को दलितों की देवी कहने वाली मायावती दलितों के टिकट बेचती है।
- उन्होंने गाली पर बसपा समर्थकों के प्रदर्शन पर कहा कि, जब साढ़े 4 साल से दलितों पर अत्याचार हुए, दलितों के घर जला दिए गये, दलितों को मारकर पेड़ों पर टांग दिया गया, तब बसपा सुप्रीमो को प्रदर्शन की याद नहीं आई और आज जब मायावती को अपशब्द कहा गया तो वो प्रदर्शन कराकर दलितों की बेटी का अपमान बता रही हैं।
- एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि, अम्बेडकर के मिशन की बलि दी जा रही है, कांशीराम के विचारों को धता बताया जा रहा है।
- उन्होंने एक बार फिर से आरोप लगाते हुए कहा कि, दलितों की देवी, दलितों के वोट बेचती हैं।
- साथी ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने मायावती पर जनहित के मुद्दों को छोड़कर स्वार्थ की राजनीति करने का आरोप भी लगाया।
नहीं बनी बात तो निशाने पर आयें अखिलेशः
- समाजवादी पार्टी में मनमाफिक बात ना बनने पर स्वामी प्रसाद ने सीएम अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला था।
- बहुजन लोकतांत्रिक मंच का गठनकरने वाले मौर्य ने प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया था।
- मौर्य ने अपने एक बयान में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बेचारा और मजलूम बताया था।
- उन्होंने कहा कि जब अपराधिक सोच के लोग पार्टी में सांसद-विधायक बनेंगे तो ऐसे में सरकार का नहीं, उन्हीं का राज चलेगा।
- बुलंदशहर की घटना के बाद यूपी की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाते हुए मौर्य ने अखिलेश यादव को बेचारा और मजलूम मुख्यमंत्री बताया।
- मौर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि सपा में अपराधियों का राज चल रहा है।
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बहुजन लोकतांत्रिक मंच नाम से बनायीं पार्टी:
- पूर्व बसपा नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने बसपा से अलग होकर 18 जुलाई को अपनी नयी पार्टी बनाई थी।
- जिसका नाम ‘बहुजन लोकतांत्रिक मंच’ रखा गया था।
- इस मौके पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि, वो 22 सितम्बर को लखनऊ में एक बड़ी रैली का आयोजन करेंगे।
- देवी पाटन मंडल, बस्ती मंडल, गोरखपुर मंडल, और वाराणसी मंडल में कमेटियां गठित कर दी गयी थीं।
- साथ ही मंडलों में पदाधिकारियों की नियुक्ति भी की गई थी।
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