उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले महागठबंधन की कोशिशों में जुटी समाजवादी पार्टी को आखिरकार सीएम की जिद के आगे झुकना पड़ा। सीएम अखिलेश यादव पहले ही सरकार के विकास कार्यों के बल पर अकेले ही चुनाव में जाने की बात कहते रहे हैं। अब तो सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने भी अखिलेश के नए इरादों को अपनी हरी झण्डी दे दी है।
खत्म नहीं हुई गठबंधन की संभावनाएंः
- समाजवादी पार्टी ने भले की खुद को गठबंधन की संभावनाओं से दूर कर लिया हो।
- लेकिन यूपी में गठबंधन की जमीन अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई है।
- उत्तर प्रदेश में एक नये गठबंधन की भूमिका इन दिनों लिखी जा रही है।
- संभवतः इस गठबंधन की घोषणा सोमवार को सूबे की राजधानी से हो जाएगी।
यूपी चुनाव से पहले इस राजनीतिक गठबंधन की घोषणा कल हो सकती है। - सूत्रों के हवाले से खबर है कि यूपी में तीन पार्टियां एक बैनर तले आने को तैयार हैं।
- इस गठबंधन में चौधरी अजीत सिंह की आरएलडी मुख्य भूमिका में होगी।
- इसके साथ ही बिहार मुख्यमंत्री ने अजीत सिंह के साथ गठबंधन को हरी झण्डी दिखा दी है।
- इसके बाद सूबे में सियासी जमीन खोज रही जेडीयू के हौंसले बुलंद हैं।
- आरके चौधरी की बीएस-4 गठबंधन की तीसरी पार्टी होगी।
- सोमवार को आरएलडी, जेडीयू और बीएस-4 की संयुक्त प्रेस वार्ता होगी।
- माना जा रहा है कि आरएलडी मुख्यालय पर होने वाली इस प्रेस वार्ता में गंठबंधन की औपचारिक घोषणा की जाएगी।