उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए चुनाव प्रचार मंगलवार शाम 5 बजते ही थम गया। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार इसके बाद कोई भी पार्टी और प्रत्याशी अब चुनाव प्रचार नहीं कर सकेगा। 23 फरवरी को चौथे चरण में 12 जिलों की 53 सीटों पर चुनाव होना है।
थम गया चौथे चरण का चुनाव प्रचार
- मंगलवार को घंडी में 5 बजते ही चुनाव आयोग के निर्देशानुसार चुनाव प्रचार पर रोक लग गई।
- इसके बाद चौथे चरण में शामिल सभी 12 जिलों में पार्टी और प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार रोकना पड़ा।
- वहीं प्रचार थमने के बाद सभी 12 जिलों में शराब, बीयर और भांग की दुकानें भी 23 फरवरी को चुनाव संपन्न होने तक बंद रहेंगी।
- साथ ही उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़े राज्यों की सीमा पर चौकसी भी बड़ा दी गई है।
- साथ ही इन 12 जिलों और इनसे जुड़े यूपी के अन्य जिलों की सीमाएं भी सील कर दी जाएगी।
चौथा चरण का चुनाव (एक नज़र में)
- मतदान तिथि : 23 फरवरी
- कुल विधानसभा सीट : 53
- जिलों की संख्या : 12
- कुल उम्मीदवार : 680
- जिले : प्रतापगढ़, कौशाम्बी, इलाहाबाद, जालौन, झाँसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, रायबरेली।
- नामांकन शुरू हुआ : 30 जनवरी
- नामांकन खत्म हुआ : 6 फरवरी
- नामांकन समीक्षा हुई : 7 फरवरी
- नामांकन वापस लेने की तिथि थी : 9 फरवरी
2012 में स्थिति (एक नज़र में)
- साल 2012 में इन सीटों पर सपा बढ़त पर थी।
- बता दें कि 2012 में इन 53 सीटों में से 24 सीटों पर सपा से बाजी मारी थी।
- वहीं दूसरे नंबर पर बसपा 15 सीटों के साथ थी।
- इसके अलावा कांग्रेस ने छह, भाजपा ने पांच तथा पीस पार्टी ने तीन सीटें जीती थी।