उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण का चुनाव प्रचार गुरूवार शाम घंडी में 5 बजते ही थम गया है। छठे चरण में यूपी पर फतह हासिल करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाले पूर्वांचल के 7 जिलों की 49 सीटों पर सभी राजनीतिक दलों की नज़र होगी। छठे चरण के लिए मतदान 4 मार्च को होगा। इसी के चलते गुरूवार को सभी दलों के शीर्ष नेताओं पूर्वांचल में जमकर जनसभाएं की।
थम गया छठे चरण का चुनाव प्रचार
- गुरूवार को घंडी में 5 बजते ही चुनाव आयोग के निर्देशानुसार छठे चरण के चुनाव प्रचार पर रोक लग गई।
- इसके बाद छठे चरण में शामिल सभी 7 जिलों में पार्टी और प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार रोकना पड़ा।
- वहीं प्रचार थमने के बाद सभी 7 जिलों में शराब, बीयर और भांग की दुकानें भी 4 मार्च को चुनाव संपन्न होने तक बंद रहेंगी।
- साथ ही उत्तर प्रदेश की सीमा से जुड़े राज्यों की सीमा पर चौकसी भी बड़ा दी गई है।
- साथ ही इन 7 जिलों और इनसे जुड़े यूपी के अन्य जिलों की सीमाएं भी सील कर दी जाएगी।
- इस बार चुनाव में सुरक्षा के इंतेजाम और भी पुख्ता किये जा रहे हैं,
- क्योंकि इससे पहले चरण में कुछ जगहों पर बूथों में हंगामा होते नज़र आया था।
- इसलिए चुनाव आयोग इस बार कोई खतरा नहीं उठाना चाहता है।
छठे चरण का चुनाव (एक नज़र में)
- मतदान तिथि : 4 मार्च
- जिलों की संख्या : 7
- कुल विधानसभा सीट : 49
- कुल उम्मीदवार : 635
- जिले : गोरखपुर, बलिया, महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, मऊ और आजमगढ़।
- कुल मतदाता : 1,72,46,410
- पुरूष मतदाता : 94,60,597
- महिला मतदाता : 77,84,831