उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिला के कम्पिल थाना के शौचालय के अंदर अंगौछे से बने फंदे पर सिपाही का शव झूलता मिला। इस घटना के बाद थाने हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सिपाही को अस्पताल मेंले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना के बाद सिपाही के परिवार में कोहराम मचा हुआ है। सिपाही के परिजनों ने गला दबाकर हत्या का आरोप लगाया है। फिलहाल, पुलिस की प्राथमिक जांच में मौत के कारण स्पष्ट नहीं हो सके हैं। इस संबंध में लोहिया अस्पताल के ईएमओ डा. नीरज यादव ने बताया कि सिपाही को मृत अवस्था में ही लाया गया था।
जानकारी के मुताबिक, देर शाम को कंपिल थाने में पीस कमेटी की बैठक चल रही थी। इसी दौरान थाने में कम्प्यूटर आपरेटर पद पर तैनात सिपाही अनिल कुमार कुशवाहा निवासी रामपुरम, श्याम नगर कानपुर गायब था। कमेटी की बैठक खत्म होने के बाद थानाध्यक्ष महेंद्र नाथ त्रिपाठी ने अपने मोबाइल की सेटिंग ठीक कराने के लिए सिपाही अनिल कुमार कुशवाहा को बुलाने के लिए चौकीदार को भेजा।
चौकीदार को सिपाही अनिल अपनी बैरिक में नहीं मिला। उसकी तलाश की गई तो वह बड़ी बैरिक की दूसरी मंजिल पर बने शौचालय के बीम पर बंधे अंगौछे से बने फंदे पर सिपाही का शव लटका मिला। चौकीदार ने घटना की सूचना थानाध्यक्ष को दी। इस पर थाने में हडकंप मच गया। सिपाही का शव लेकर लोहिया अस्पताल आए थाने के एसएसआई उदय भान सिंह ने बताया कि पीस कमेटी की बैठक के दौरान अनिल कुमार मौजूद नहीं था। इस पर तलाश के दौरान चौकीदार ने उसे फांसी के फंदे पर झूलते देखा।
परिजनों ने गला दबाकर हत्या का आरोप लगाया
सिपाही की मां शिवांती ने शव देखने के बाद बेटे की गला दबाकर ह्त्या किये जाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि फांसी लगाने के बाद शव की ऐसी स्थिति नहीं रहती। सिपाही के पिता राज बल्लभ कुशवाहा ने बताया कि उन्हें थाने से फोन करके बेटे की मौत की जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि लगभग पांच महीने पहले ही उनके बेटे की कम्पिल थाने में पोस्टिंग की गयी थी।