उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिला में एक जर्जर प्राथमिक विद्यालय का छज्जा छात्र के ऊपर काल बनकर गिर गया। छज्जा गिरने से छात्र की मलबे में दबकर मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर जब ग्रामीण दौड़े तो प्रधानाध्यापक मासूम को मलबे से निकालने के बजाय मौके से भाग गए। ग्रामीणों ने किसी तरह मासूम को बाहर निकाला तब तक देर हो चुकी थी। आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल में तोड़फोड़ की। सूचना मिलते ही उप जिलाधिकारी अनिल कुमार गांव पहुंचे, घटनास्थल के निरीक्षण के बाद सीएचसी आए। मृत छात्र के परिजन को ढांढस बंधाते हुए चार लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। साथ ही छात्र के परिजनों को प्रधानमंत्री आवास से मकान दिलाने का भी आश्वासन दिया।
जानकारी के मुताबिक, कायमगंज विकासखंड की ग्राम पंचायत पचरौली महादेवपुर के मजरा पक्षी नगला में सरकारी प्राथमिक स्कूल में बुधवार दोपहर भोजनावकाश के बाद कक्षाएं चल रहीं थीं। इस बीच साढ़े 11 बजे कक्षा चार के विद्यार्थी ग्राम मोती नगला निवासी मदन पाल व एक अन्य बालिका ने पानी पीने जाने की अनुमति मांगी। कक्षा की ओर लौटते समय स्कूल भवन का छज्जा भरभरा कर गिरा, जिसकी चपेट में आने से मदन की मौत हो गई जबकि बालिका बाल-बाल बच गई। शिक्षामित्र विश्रम सिंह और सुधा यादव दौड़े, मदन को मलबे से बाहर निकाल सीएचसी पहुंचे, जहां डाक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
महज 14 साल में ही जर्जर हुए सरकारी प्राथमिक विद्यालय का छज्जा ढह गया। छज्जे के मलबे में दबकर 9 वर्षीय मासूम की मौत हो गई। शिक्षामित्र ने ग्रामीण की मदद से बच्चे को बाहर निकालकर सीएचसी पहुंचाया लेकिन चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर प्रधानाध्यापक ग्रामीणों के आक्रोश से बचने को गायब हो गए। आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक के न मिलने पर उनकी बाइक में तोड़फोड़ कर दी। घटना के बाद से छात्र की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है।