उत्तर प्रदेश के हरदोई जिला के पिहानी कोतवाली क्षेत्र में पिछले दिनों हुई 6 साल की मासूम बालिका की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि गुस्से में आकर उसकी माँ ने ही की थी। महिला ने पहचान छिपाने के लिए शव को गन्ने के खेत में फेंका था, इसमें महिला के पति ने भी मदद की थी। महिला ने अपराध छिपाने के लिए एक युवक को नामजद कर झूठा मुकदमा लिखा दिया था। वारदात के बाद रेप की भी आशंका जताई जा रही थी। इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करने के लिए पिहानी पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ी तो जब हत्यारा मिला तो पुलिस भी सन्न रह गई। हत्या के आरोप में पुलिस ने महिला और जुर्म छिपाने के आरोप में महिला के पति को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया।
पुलिस अधीक्षक हरदोई विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि पिहानी थाना क्षेत्र के भूड़ा पुरवा गांव में 6 वर्षीय बालिका रूचि का शव गन्ने के खेत में मिला था। इस संबंध में अरविंद कुमार पुत्र श्रीपाल ने अश्वनी उर्फ सर्वेश पुत्र मंगली व राकेश पुत्र चौनू के खिलाफ मु.अ.सं. 236/18 धारा 376AB/302/201 भ.द.वि. व 5m/6 पॉक्सो एक्ट पंजीकृत कराया था। घटना के खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक (पश्चिमी) निधि सोनकर, क्षेत्राधिकारी हरियावां शैलेन्द्र सिंह राठौर के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक पिहानी श्यामबाबू शुक्ला ने जांच शुरू की थी। पुलिस ने इस हत्याकांड में शक के आधार पर बच्ची की माँ अरुणा देवी और पिता अरविन्द कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पूछताछ में पहले तो दोनों पुलिस को गुमराह करते रहे लेकिन कड़ाई से पूछताछ में दोनों टूट गए और अपना जुर्म कबूल कर लिया। पूछताछ में अरुणा ने बताया कि उसने गुस्से में आकर रूचि को सीढ़ियों से घसीटा था। फिर क्रोध में आकर मासूम का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद मासूम की मौत को छिपाते हुए नामजद लोगों को फंसाने के लिए शव गन्ने के खेत में फेंक दिया था। इस घटना में महिला के पति को साक्ष्य छिपाने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। एसपी ने हत्या करने वाली पुलिस टीम इंस्पेक्टर श्यामबाबू शुक्ला, उप निरीक्षक अब्दुल जब्बार खां हेड कांस्टेबल हरिकेश बहादुर सिंह, किशोर राम, कांस्टेबल सुनील कुमार, धीरेन्द्र सिंह, महिला कांस्टेबल हितेश कुमारी और मीनाक्षी की प्रशंसा की है।