उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला के सीओ सिटी अजय कुमार सिंह पर एक युवती ने हत्या की धमकी का आरोप लगाया। युवती ने जब इस बात की जानकारी दी कि सीओ सिटी युवती को सरकारी आवास में ताले में बंद कर अपने घर बनारस छुट्टी पर चले गए तो महकमें में हड़कंप मच गया। युवती ने खुद फोन कर अपना ऑडियो मीडिया को व्हाट्सएप के जरिए भेजा। इस पर मामला सुर्खियों में आ गया। इस मामले में डीजीपी ने एसपी से रिपोर्ट तलब कर ली। वहीं महिला थाना प्रभारी ने सीओ के आवास पर कार्रवाई करते हुए ताला खुलवाकर युवती को मुक्त करा लिया। हालांकि युवती ने सीओ पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
युवती के सिर पर चोट लगी फोटो पहले हो चुकी वायरल
गौरतलब है कि पिछली 17 अप्रैल को एक युवती के सिर पर चोट लगा हुए एक फोटो वायरल हुआ था। जिसमें युवती के साथ सीओ सिटी अजय कुमार सिंह पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए संदेश वायरल हुआ था। कुछ लोगों ने इस फोटो को डीजीपी को ट्वीट कर जानकारी दी। जिस पर डीजीपी ने मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीजीपी के निर्देश पर एसपी कासगंज पीयूष श्रीवास्तव ने अपर पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी को जांच के आदेश दिए। तब सीओ सिटी ने यह कहते हुए सभी को गुमराह कर दिया, कि उनका युवती से कोई ताल्लुक नहीं है। इसके बाद मामला ठंडा पड़ गया।
मीडिया कर्मियों को व्हाट्सएप्प पर भेजा ऑडियो
इसी बीच विगत दो दिनों पूर्व ही सीओ अवकाश पर अपने घर चले गए। बुधवार को उसी युवती ने फोन करके पुलिस अधिकारियों को मीडिया कर्मियों को फोन कर चौंकाने वाली जानकारी देते हुए बताया, कि उसी सीओ सिटी ने अपने सरकारी आवास में ही बंधक बनाकर रखा है, ताले में बंद कर अपने घर भाग गए हैं। इसमें सीओ सिटी का स्टाफ और गाड़ी चालक समेत सभी मिले हुए हैं। युवती ने घर के अंदर से ही अपना एक ऑडियो मीडिया के लिए जारी कर दिया। जिस पर मामला शाम होते होते सुर्खियां बन गया।
लखनऊ तक पहुंच गया मामला
मामले में जिला प्रशासन से लेकर राजधानी लखनऊ तक पहुंच गया। इस प्रकरण में यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने एसपी को कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए रिपोर्ट तलब कर ली। मामला शासन तक पहुंचने पर एसपी ने फौरन एक अन्य सीओ बीएसवीर सिंह एवं महिला कोतवाली प्रभारी फोर्स के साथ सीओ सिटी के सरकारी आवास पर भेजा। जिसके बाद आवास खुलवाकर युवती को मुक्त कराया। महिला एसएचओ ने युवती से प्रकरण की जानकारी लेते हुए अपने साथ महिला कोतवाली ले आईं, जहां उससे विस्तृत जानकारी प्राप्त की गई।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
इस संबंध में कासगंज के एसपी/डीआईजी पीयूष श्रीवास्तव ने बताया कि सीओ सिटी के आवास में युवती के होने की जानकारी मिलने पर सीओ ट्रैफिक बीएसवीर सिंह और महिला इंसपेक्टर सरोजनी को टीम के साथ भेजा गया है, युवती से बात कर मामले की जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट डीजीपी कार्यालय भेजा जाएगा।
महिला ने सीओ सिटी पर लगाए हैं ये आरोप
पीड़िता का आरोप है कि कि जब सीओ बाहर जाते हैं तो सरकारी आवास में उसे बंद कर जाते हैं। अब भी अपने घर गए हैं तो आवास में बाहर से ताला बंद कर कैद कर गए हैं। पहले जब मारपीट का फोटो वायरल हुआ था तो सीओ ने माफी मांगकर और रिजाइन करने की धमकी देकर हमें खामोश कर दिया था। पीड़िता ने अपनी जान की सुरक्षा की गुहार लगाई है।