राजधानी लखनऊ के गौतमपल्ली थाना क्षेत्र के पांच कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सरकारी आवास और विधानसभा आत्मदाह का अड्डा बन चुका है। शायद इसीलिए आये दिन पीड़ित दोनों जगहों पर आत्मदाह करने को मजबूर हैं। आत्मदाह के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जो प्रदेश की कानून व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। अभी हाल ही में उन्नाव की बलात्कार पीड़िता ने पुलिस की प्रताड़ना से तंग होकर सीएम आवास के बाहर आत्मदाह का का प्रयास किया था। ये मामला हाइलाइट हुआ तो भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर बहुत किरकिरी के बाद सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये गए। मंगलवार को ही एक शिक्षिका ने विधानसभा के सामने आत्मदाह का प्रयास किया वह छेड़छाड़ से पीड़ित थी।

 

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वहीं सीएम आवास के बाहर बाराबंकी की रहने वाली यौनशोषण का शिकार और बलात्कार पीड़िता ने आत्मदाह का प्रयास करके हड़कंप मचा दिया। आनन-फानन में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने सभी पीड़िता को हिरासत में लिया। जिसे पुलिस गौतमपल्ली थाने ले गई। पुलिस पीड़िता से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है। पीड़िता का आरोप है कि शादी का झांसा देकर एक युवक ने उसके साथ शादी की। इसके बाद वह शारीरिक शोषण करने लगा। आरोप है कि अब आरोपी उसे छोड़कर कहीं फरार हो गया। अब वह कहीं की नहीं रही, पीड़िता जब पुलिस के पास गई तो देवा कोतवाली पुलिस ने न्याय देने की बजाय उसे भगा दिया। इससे क्षुब्ध होकर वह राजधानी पहुंची और अपनी जान देने की कोशिश करने लगी।

पुलिस ने आरोपी को जेल भेजने के बजाय थाने में करवाई शादी

उन्नाव कांड में हुई फजीहत के बाद भी यूपी पुलिस रेप पीड़िताओं के मामले में संवेदनशील नज़र नहीं आ रही है। ताज़ा मामला बाराबंकी का है। यहां सुनवाई न होने से आहत रेप पीड़िता ने 24 अप्रैल को सीएम आवास के सामने आत्मदाह की चेतावनी जारी करने के बाद आत्मदाह का प्रयास किया। पीड़िता की माने तो करीब साल भर पहले उसके ही ममेरे भाई राजकमल ने उसे अपनी हवस का शिकार बना डाला और डरा धमका कर उसके जिस्म से खिलवाड़ करता रहा। अपने साथ होने वाली हैवानियत से त्रस्त आकर जब पीड़िता ने अपना मुह खोला और फतेहपुर कोतवाली पहुच कर इंसाफ की गुहार लगाई तो पुलिस ने आरोपी राजकमल और उसके घरवालों से सांठगांठ के चलते राजकमल को गिरफ्तार कर जेल भेजने की जगह कोतवाली में ही राजकमल के साथ पीड़िता की शादी करवा दी और पीड़िता को आरोपी के घर भेज दिया।

थाने के दारोगा पर अश्लील बातें करने का आरोप

लेकिन देवा इलाके के कुतलुपुर गांव स्थित राजकमल के घर आते ही सोची समझी साजिश के तहत पति राजकमल और उसके घरवालों ने पीड़िता को यातनाएं देनी शुरू कर दी और उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया। ताला लगाकर सभी फरार हो गए। पीड़िता की माने तो कई दिनों तक घर के बाहर पड़े रहने के बाद भी जब पति और उसके घरवाले वापस नहीं लौटे तो पीड़िता ने देवा थाने से लेकर बाराबंकी के एसपी तक इंसाफ की गुहार लगायी। लेकिन उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई। अलबत्ता देवा थाने में तैनात दारोगा राशिद खान ने उसके साथ अश्लील बातें शुरू कर दी। जिससे आहत पीड़िता ने सीएम योगी को भी पत्र लिखा था। लेकिन उसके बाद भी उसकी सुनवाई नहीं हुई जिससे आहत पीड़िता ने मंगलवार को सीएम आवास के सामने आत्मदाह की कोशिश की।

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