राजधानी लखनऊ के कृष्णानगर थाना क्षेत्र के भोला खेड़ा की पुलिस चौकी के चाँद कदम की दूरी पर बेखौफ बदमाश ने पुरानी रंजिश के चलते नशे मे धुत सस्पेंड चल रहे सिपाही को सिर में गोली मार दी और मौके से फरार हो गया। गोली की आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया। गोली चलने की सूचना लोगों ने पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जमीन मे खून से लथपथ पड़े सिपाही को उठा कर इलाज के लिए ट्रामा मे भर्ती कराया गया, यहां उसकी हालत गंभीर बानी हुई है। सिपाही को गोली मारे जाने की सूचना पाकर एसएसपी सहित अला अधिकारी मौके पर पहुंच कर छानबीन मे जुट गए। गोली लगने के कुछ ही घंटो के बाद ही पुलिस ने आरोपी सहित तीन लोगों को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हिरासत में लिया है जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शी के बताये गए स्थान नहर से असलहा भी बरमाद कर लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, उन्नाव के हसनगंज थाने से निलंबित सिपाही आशीष कुमार सिंह (32) के बुधवार रात गोली मार दी गई। सिर में गोली लगने के बाद उसे लहूलुहान हालत में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक है। संदीप यहां कृष्णानगर के आशुतोषनगर में पत्नी सिमरन और दो बच्चों के साथ रहता है। उसके पिता शिवकुमार सिंह अंबेडकरनगर में दारोगा हैं। बुधवार शाम छह बजे के करीब संदीप उन्नाव पुलिस लाइन से बाइक से कृष्णानगर स्थित घर के निकला। इंस्पेक्टर कृष्णानगर यशकांत सिंह के मुताबिक उसने कृष्णानगर कोतवाली के पास साथी सिपाही संदीप के साथ शराब पी। संदीप लखनऊ पुलिस लाइन में तैनात है। इसके बाद आशीष और संदीप बाइक से भोलाखेड़ा स्थित नहर की पुलिया के पास पहुंचे।
यहां आशीष की भोलाखेड़ा निवासी साथी विजय कुमार, विजय व उसके ऑटो चालक प्रमोद से मुलाकात हुई। विजय भी नशे में धुत था, उसने आशीष की पत्नी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसपर आशीष ने विजय के थप्पड़ जड़ दिया। इसी बीच विजय ने आशीष को गोली मार दी, सिर में गोली लगते ही विजय और प्रमोद भाग निकले। आशीष खून से लथपथ होकर गिर पड़ा। इंस्पेक्टर कृष्णानगर के मुताबिक अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि घटना में संदीप शामिल है कि नहीं। वह शराब के नशे में धुत है, उसे अस्पताल मेडिकल के लिए ले जाया गया है। एसएसपी के मुताबिक आशीष दो महीने पहले बाजारखाला में हुई मारपीट के बाद निलंबित चल रहा था। घटना में भोलाखेड़ा में गैस रीफलिंग करने वाले विजय कुमार उसका ऑटो चालक प्रमोद व विजय शामिल हैं। सिपाही संदीप की भूमिका संदिग्ध है, जांच की जा रही है। संदीप को पुलिस अभिरक्षा में शराब के नशे में अस्पताल ले जाया गया है।