राजधानी लखनऊ के पॉश इलाका कहे जाने वाले हजरतगंज में राजभवन के पास बेखौफ बदमाशों ने कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक के सरकारी आवास के सामने एक्सिस बैंक की कैश वैन से 20 लाख रुपये का कैश लूट लिया। विरोध करने पर बदमाशों ने फायरिंग कर दी। फायरिंग से बंदरियाबाग चौराहे के पास हड़कंप मच गया। इस दौरान बदमाश नोटों से भरा बैग लेकर पैदल ही भाग गए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बदमाशों गोली चला दी, जबकि दूसरा बैग लेकर भाग गया।
बदमाशों की की गोली लगने से एक्सिस बैंक (Axis Bank) की कैश वैन का सुरक्षा गार्ड धर्मेंद्र और कैशियर उमेश घायल हो गए। लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी तो पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया। आनन फानन में सूचना मिलते ही मौके पर डीजीपी ओम प्रकाश सिंह, एसएसपी कलानिधि नैथानी, सहित तमाम पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने फौरन दोनों घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया यहां सुरक्षाकर्मी की मौत हो गई। जबकि कैशियर की हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस आस पास के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर बदमाशों की तलाश कर रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने दिए अलग अलग बयान
दिनदहाड़े हुई लूट की इस घटना में प्रत्यक्षदर्शियों के अलग-अलग बयान सुनकर पुलिस परेशान हो गई। मीडिया के कैमरे देख खुद को टीवी पर दिखने के लिए और अख़बारों में छपने के लिए कई लोग ऐसे दिखे जो भीड़ लगी देख वहां रुक गए और कहने लगे बदमाशों को मैंने सबसे पहले देखा है। हालांकि बैंक के कर्मचारियों और मौके पर मौजूद लोगों ने दावा किया कि लूट की घटना को एक बदमाश ने ही अंजाम दिया। लोगों के गले से ये बात नहीं उतर रही है कि आखिर एक बदमाश इतनी बड़ी घटना को हाई सिक्योरिटी जोन में कैसे अंजाम दे सकता है। कोई प्रत्यक्षदर्शी कह रहा था कि एक बदमाश नोटों से भरा बैग लेकर पैदल भाग गया। कोई कह रहा था कि सफेद रंग की बाइक से एक बदमाश ने घटना को अंजाम दिया। कोई गाड़ी अपाचे बता रहा था तो कोई टीवीएस बता रहा था।
प्रत्यक्षदर्शी बोला मैंने गिराई बदमाश की पिस्टल
चश्मदीद प्रभात पांडेय का बयान अकेले टीवीएस गाड़ी पर बदमाश था। मैंने देखा वो गोली चला रहा है। एक को गोली लगी हुई थी। मैंने उसकी पिस्टल गिरा दी। तो उसने दूसरी पिस्टल भी निकाली। बदमाश के पीठ पर और आगे दो बैग थे। उसके बाद वो भाग गया। 100 नम्बर पर सूचना दी मैंने पिस्टल पुलिस को दी। बैंककर्मी कह रहे थे कि कैश वैन से रकम लोहे के बक्से में एटीएम में भरने के लिए ले जाई जाती है। वैन में बैग था ही नहीं लेकिन प्रत्यक्षदर्शी बैग होने का दावा कर रहे थे। ऐसे में सवालों की खिचड़ी के बीच लूट की घटना के आरोपियों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
बदमाशों को पकड़वाने वाले को 50 हजार का इनाम
मुख्यमंत्री आवास तथा राजभवन से चंद कदम की दूरी पर पॉश तथा सुरक्षित माने जाने वाले राजभवन के सामने से बैंक कैश वैन से 20 लाख रुपए की लूट की दौरान गार्ड की हत्या की वारदात से सनसनी फैल गई। फायरिंग से बंदरियाबाग चौराहे के पास हड़कंप मच गया। अफसरों ने बदमाशों को पकड़ने वाले को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की। वहीं पुलिस को शक है कि इस घटना में किसी करीबी का ही हाथ है। वारदात को रैकी करके अंजाम दिया गया है। फिलहाल पुलिस घायल कैशियर और ड्राइवर की गतिविधियों पर नजर बनाये हुए है।
पुलिस ने लुटेरे की गाड़ी का नंबर ट्रेस किया, जिंदा कारतूस भी मिला
महात्मा गांधी मार्ग पर राजभवन के कालोनी में सुरक्षा व्यवस्था काफी मुस्तैद रहती है। बंदरियाबाग में कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक का भी आवास है। उनके आवास के सामने सड़क पार एक्सिस बैंक प्रांगण में कैश वैन से लूट में सफेद रंग की बाइक का प्रयोग हुआ है। मौके पर एक जिंदा कारसूत भी मिल है। पुलिस ने बदमाशों की बाइक का नंबर ट्रेस कर लिया। पुलिस की माने तो बदमाशों ने जिस गाड़ी का प्रयोग किया है उसका नंबर (UP 32 जीके 7022) सफेद रंग की अपाचे बताया जा रहा है।
राजभवन के पास इससे पहले भी हो चुकी लूट
राजभवन के सामने ये कोई पहली लूट की घटना नहीं है इससे पहले भी हाई सिक्योरिटी जोन कहे जाने वाले राजभवन के सामने पिछले 9 दिसम्बर 2014 को बाइक सवार बदमाशों ने बैंक से पैसा निकालकर जा रहे दिल्ली की एक कंट्रक्शन कंपनी के मुनीम बीके मिश्रा से 18 लाख 80 हजार रुपए नगदी से भरा बैग लूट लिया था। पॉश इलाके में दिनदहाड़े हुई इस घटना से हड़कंप मच गया था। इसी प्रकार इस घटना ने भी पुलिस के होश उड़ा दिए हैं।