उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने रविवार को तीन युवक के साथ आमने सामने मुठभेड़ दिखाया। जिसमें एक युवक शिवकरन उर्फ करन यादव के भागने पर पुलिस ने फायरिंग किया जिससे करन के पैर में गोली लग गई और दो आरोपी पकड़े गयें।
बरामद गाड़ी चलाकर लाया था पकड़ा गया युवक
ह्यूमन राईट मानिटरिंग फोरम ने घटनास्थल का दौरा किया और आस पास के लोगों से बातचीत किया। जिसमें वहां के लोगों ने मुठभेड़ पर सवाल उठाए और कहा कि पुलिस ने गाड़ी मे युवकों को भरकर लाया था और उन्हें गाड़ी से धकेल कर गोली मारी थी। गांव वालों ने यह भी बताया कि जो गाड़ी बरामद हुआ है वह वहीं आदमी चलाकर लाया था जो मुठभेड़ के बाद पुलिस वालों के साथ सादे वर्दी में खड़े थे। घटनास्थल के बाद फोरम के अमित और संजय मुठभेड़ में घायल युवक शिवकरन यादव के घर रैंथा रोड ग्राम फरुखाबाद थाना मडियांव जनपद लखनऊ गये। वहां पर घायल युवक के पिता मुरली यादव ने बताया की उनके बेटे को कल दिन में पुलिस घर पर ढूढने आयी थी तब लड़का घर से हट गया जिसके कारण वह लोग नहीं ले जा पाये।
जबरन घर से उठाकर लाये थे पुलिसकर्मी
उन्होंने बताया कि आज तड़के भोर में लगभग 2 से 3 के बीच तीन गाडियों से लगभग 15/16 पुलिस वाले घर का चाहरदीवारी फादकर गेट खोले फिर सभी पुलिस वाले घर के अन्दर आ गये और उनके लड़के को जबरन ले जाने लगे। तब घरवालो ने लड़के को छुडाने के लिए पुलिस वालो से छीनाझपटी हो गई। जिसमें पुलिस वालो का बैच बिल्ला वहीं गिर गया। जिस पर पुलिस वाले भड़क गये और शुभकरण के ऊपर रिवाल्वर तानकर घरवालो से बोले की हमें इसे ले जाने दो नहीं तो यही पर गोली मार देगें। पुलिस की धमकी से परिवार वाले डरकर पीछे हट गये।
घर से टकराकर पुलिस की गाड़ी का शीशा टूटा
परिवार के पीछे हटने पर पुलिस वाले शुभकरण और उसके नई अपाचे गाडी उठाकर ले जाने लगें। पुलिस शुभकरण को लेकर भागने के चक्कर में पुलिस की 100 न. की सफेद रंग की इनोवा पीड़ित के घर के दिवाल पर जोरदार टक्कर लग गया। जिससे इनोवा की बम्फर और साइड सीसा टूटकर वहीं गिर गया और दिवाल टेडी हो गयीं लेकिन पुलिस रुके नहीं भाग गयें। फिर पीड़ित परिवार ने 3 बजे के लगभग 100 न पर फोन किया तो वहां से मडियांव थाने पर जाने को कहा गया। फिर पीड़ित परिवार थाने पर गये वहां बैठे मुंशी ने बताया कि यहां पर शुभकरण को नहीं लाया गया है।
पहले से ही लिखी गई थी मुठभेड़ की कहानी
आप लोग पुलिस अधिक्षक के पास जाइये तब वहां से पीड़ित परिवार 4 बजे एसएसपी लखनऊ के यहां पहुंचे और वहां बैठे अवधेश कुमार से सारी बाते बताया। तो उन्होंने मडियांव थाने पर फोन कर पूछा तो वहां से बताया गया कि थाने पर किसी को भी नहीं लाया गया है। एसएसपी आवास पर तैनात अवधेश कुमार ने पीड़ित परिवार से कहा की सुबह होने दीजिए हम लडके का पता कर रहे है। एसएसपी आवास पर काफी देर बैठने के बाद पीड़ित परिवार ने अपने परिचित वकील को फोन किया और राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग, लखनऊ एसएसपी, को पत्र लिखकर जीपीओ डाकघर से स्पीड पोस्ट कर दिया। सुबह आठ बजे के करीब एक न. से उन्हें फोन आया कि उनके लडके को पुलिस मुठभेड़ मे गोली लग गई है। लेकिन वह लोग डर के मारे लडके को देखने ट्रामा अस्पताल में नहीं गये कही पुलिस उन्हें भी पकड़ ना ले। परिजनों ने शुभकरन के साथ पुलिस मुठभेड़ को बिल्कुल फर्जी बताया और और जांच की मांग किया।
दो दिन पहले से उठाकर ले गई थी पुलिस
फोरम के साथी संजय और अमित उक्त फर्जी मुठभेड़ में पकड़े गये दूसरे युवक संजय शुक्ला पुत्र रामआसरे शुक्ला निवासी कुंडरी, रकाबगंज थाना वजीरगंज लखनऊ के घर गये वहां पर घर वाले पुलिस की डर के मारे कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हो रहें थे। काफी देर प्रयास के बाद बस इतना बताया कि उनके लडके को पुलिस दो दिन पहले घर उठा कर ले गयीं थी पैसे देने की वजह से उसकी जान बच पायी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने किसी को कुछ भी बताने के लिए मना किया है।
पकड़े गए व्यक्ति से मिलने नहीं दिया
फोरम के सदस्य साथी मुन्ना और सुरेश भारती उक्त फर्जी मुठभेड़ मे पकडे गयें तीसरे युवक बिरेन्द्र के घर पर गयें लेकिन वहां पर कोई नहीं मिला। आस पास के लोगों ने बताया कि बिरेन्द्र का परिवार पुलिस की डर की वजह से घर से कहीं दूर चले गयें है। बिरेन्द्र के बारे में पूछने पर बताया कि दो तीन दिन पहले पुलिस घर से उठा कर ले गयीं है। जिसको आज लखनऊ मे मुठभेड़ मे पकडऩे की बात सामने आ रही है जो बिल्कुल गलत है। ह्यूमन राईट मॉनिटरिंग फोरम के साथियों ने मुठभेड़ में घायल शुभकरन से मिलाने गया लेकिन पुलिस ने नहीं मिलाने दिया।
दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग
फोरम के जांच में मुठभेड़ पूरी तरह फर्जी पहले से तैयार कहानी पर आधारित मुठभेड़ निकला जो हम अक्सर अखबारों में पढ़ते रहते है। ह्यूमन राईट मानिटरिंग फोरम अपनी जांच रिपोर्ट राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग को भेजकर फर्जी मुठभेड़ की जांच कराने का अनुरोध किया है ताकि फर्जी मुठभेड़ शामिल आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही और पीड़ित परिवार के साथ न्याय हो सकें। फोरम जांच के दौरान लिए गये साक्ष्य वीडियो और अन्य दस्तावेज सुरक्षित रखा है ताकि जांच में काम आये।
ये है मुठभेड़ की पूरी घटना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ‘खाकी’ का खौफ लगातार जारी है। ताबड़तोड़ हो रहे एनकाउंटर से अपराधियों में खौफ तो इस कदर कायम हुआ कि उनमें जमानतें निरस्त कराकर कोर्ट में सरेंडर करने की होड़ लग गई। अपराधियों में पुलिस का खौफ इस कदर व्याप्त हो गया कि वह जेल से बाहर आने में भी घबरा रहे हैं। जो अपराधी जेल के बाहर हैं वो अंडरग्राउंड हो गए हैं। ताजा मामला राजधानी लखनऊ का है। यहां रविवार तड़के कृष्णानगर थाना क्षेत्र के केसरीखेड़ा में पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की गोली लगने से इनामी बदमाश शुभकरण घायल होकर गिर गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर अस्पताल भेजा। वहीं पुलिस ने बदमाश के दो अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस पकड़े गए तीनों अभियुक्तों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
राजबहादुर की हत्या का आरोपी है 25 हजार का इनामी शूटर शुभकरन
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि काकोरी के कलियाखेड़ा इलाके में सुबह तड़के पुलिस को बदमाशों के आने की सूचना मिली थी। जिसके बाद कृष्णानगर पुलिस और सर्विलांस की टीम इलाके में अलर्ट हो गई और चेंकिग अभियान शुरू किया। पुलिस टीम ने 4 बदमाशों को काकोरी के कलियाखेड़ा इलाके में घेर लिया। खुद को घिरता हुआ देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गोली चलाई, जिसमें 25 हजार का इनामी शूटर शुभकरन यादव उर्फ घायल हो गया। इस दौरान 2 अन्य बदमाश वीरेंद्र, संजय शुक्ला को भी गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं मौके का फायदा उठाकर बदमाश गुरप्रीत उर्फ रिंकल भागने में कामयाब रहा। फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार बदमाशों के पास से 30,500 रुपये, एक बैग, 2 तमंचे, एक अपाचे बाइक बरामद किए हैं। पुलिस के मुताबिक कृष्णागर इलाके में बीते 2015 में हुई प्रापर्टी दिलाए राजबहादुर की हत्या में शूटर शुभकरन की तलाश थी।
एक अभियुक्त फरार, तलाश में जुटी पुलिस
SP पूर्वी सर्वेश मिश्रा ने बताया कि अभियुक्त शुभकरन उर्फ करन पुत्र मुरली यादव निवासी ग्राम फर्रुखाबाद थाना मड़ियांव लखनऊ के पैर में गोली लग जाने के कारण वह घायल हो गया। जिसको मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए मौके से अस्पताल भेजा गया। उसके दो साथी संजय शुक्ला पुत्र रामाश्रय निवासी कुंडली रकाबगंज वजीरगंज, वीरेंद्र पुत्र मदनलाल निवासी ग्राम पचौरा थाना हरगांव जनपद सीतापुर को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई। फरार अभियुक्त गुरुप्रीत उर्फ रिंकल पुत्र बलदेव सिंह निवासी गढ़ी पीर का थाना ठाकुरगंज की तलाश में पुलिस आसपास कॉम्बिंग की गई लेकिन सफलता प्राप्त नहीं हुई।
लूटे थे एक लाख 70 हजार रुपये
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि 10 अप्रैल 2018 को बख्शी का तालाब क्षेत्र में जन सुविधा केंद्र के पैसा लेकर जा रहे व्यक्ति को मोटरसाइकिल से टक्कर मारकर तमंचा लगाकर 1,70,000 रूपये, लैपटॉप लूट लिया था। इन लोगों ने 2010 में कमलापुर सीतापुर क्षेत्र में डकैती की वारदात, वर्ष 2012-13 में नाका हिंडोला लखनऊ क्षेत्र में व्यापारियों से लूटपाट की वारदात की थी। जिनमें आरोपी जेल भी जा चुके हैं। इसके अलावा पकड़े गए आरोपी भाड़े पर हत्या, हत्या के प्रयास व गैंगेस्टर एक्ट में भी जेल जा चुके हैं। अभियुक्तों के कब्जे से लूट का माल घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल नाजायज तमंचा, कारतूस बरामद किए गए। शुभकरन के खिलाफ कई थानों में आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।