राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से रेलवे राजकीय पुलिस (जीआरपी) ने दो फर्जी इंस्पेक्टर (महिला/पुरुष) को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पकड़े गए आरोपी एक युवती और एक युवक हैं। दोनों ने पुलिस की वर्दी पहन रखी है साथ ही दोनों की वर्दी के कंधे पर तीन स्टार भी लगे हुए हैं। जीआरपी ने दोनों को शक होने पर हिरासत में लिया है। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह कौशांबी जिला के रहने वाले हैं। फिलहाल जीआरपी दोनों से पूछताछ कर रही है।
चारबाग स्टेशन पर खाकी वर्दी पहनकर एक युवक और एक युवती रिक्शा वाले से चारबाग जाने का पता पूछ रहे थे। उनकी कम उम्र के कारण जीआरपी सिपाहियों को इसपर शक हुआ। इंस्पेक्टर नित्यानंद सिंह ने दोनो से पूछताछ शुरू की। इस बीच सूचना मिलते ही सीओ अमिता सिंह भी आ गईं। सीओ ने दोनो से जब पूछा तो पता चला कि युवक अजय प्रकाश (21) कौशांबी के पश्चिम सरीरा स्थित थाना चरवा के अरई सुमेरपुर का रहने वाला है। वह बीएससी पास है। जबकि उसके साथ कौशांबी के ही पूरब सरीरा की रहने वाली बीए पास कलावती (21) थी।
अजय प्रकाश ने बताया कि कौशांबी में कुछ लोग पुलिस में इंस्पेक्टर बनाने के लिए युवकों से रुपये ले रहे हैं। उनसे ही संपर्क किया गया। अजय प्रकाश ने पांच लाख और कलावती ने चार लाख रुपये दिए थे। इन दोनो को कोई ट्रेनिंग भी नहीं करायी गयी। बस पुलिस भर्ती बोर्ड का एक फार्म भरवाया गया। कौशांबी में ही दोनो को बताया गया कि वह इंस्पेक्टर बन गए हैं।
उनकी तैनाती लखनऊ के चिड़ियाघर में की गई है। दोनों को वर्दी सिलाकर बैच, बेल्ट और सितारा लगाकर लखनऊ भेजा गया। यहां जब वह नरही जाने के लिए रिक्शा ढूंढ रहे तो पकड़ लिये गए। सीओ जीआरपी अमिता सिंह ने बताया कि फिलहाल मामले की तफ्तीश की जा रही है। फर्जी तरीके से वर्दी पहनने के आरोप में इन दोनों पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
इससे पहले इंदिरानगर में गिरफ्तार हुआ था फर्जी दारोगा
14 अप्रैल 2018 को इससे पहले लड़की की आवाज में भोले भाले लोगों को मोबाईल फोन से कॉल करके अपने प्रेम जाल में फंसाकर खुद को दारोगा बताकर प्यार में फंसाये गए व्यक्ति से जेल भेजने की धमकी देकर पैसे ऐंठने वाले फर्जी पुलिस सब इन्स्पेक्टर शाहजहांपुर निवासी शौरभ मिश्रा को इंदिरा नगर पुलिस ने मड़ियांव थाना क्षेत्र के टैम्पो स्टैंड से गिरफ्तार किया था। आरोपी दारोगा ने कई लोगों को अपने प्रेमजाल में फंसाकर चूना लगाया था। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आगे की विधिक कार्रवाई कर जेल भेज दिया था।