सिटी मॉण्टेसरी स्कूल (सीएमएस) प्रबंधन ने चौक शाखा की पूर्व प्रिंसिपल साधना बेदी और पूर्व लैब असिस्टेंट शीतला सहाय के खिलाफ ठाकुरगंज थाने में जालसाजी की एफआईआर दर्ज कराई है। सीएमएस के जनसंपर्क अधिकारी ऋषि खन्ना के मुताबिक आरोपित पूर्व प्रिंसिपल ने स्कूल के नाम पर व्यक्तिगत लोन लिया था। इसकी जानकारी होने पर प्रबंधन ने आरोपित साधना बेदी को 29 जून 2017 को नौकरी से निकाल दिया था।
आरोप है कि पूरे प्रकरण में संलिप्तता पाए जाने पर चौक शाखा के तत्कालीन लैब असिस्टेंट शीतला सहाय को भी नौकरी से हटा दिया गया था। जनसंपर्क अधिकारी के मुताबिक स्कूल के ओएसडी पर तैनात संतोष तिवारी की तहरीर पर एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपित साधना ने स्कूल के लेटर पैड का गलत इस्तेमाल कर लोगों से रुपये लिए थे। तहरीर के मुताबिक इंद्रजीत अरोड़ा नाम के व्यक्ति ने स्कूल प्रबंधन से शिकायत की थी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गई थी।
आरोप है कि छानबीन में साधना ने अपनी गलती स्वीकार की थी और लोगों से लिए गए रुपये वापस करने की बात भी कही थी। हालांकि प्रकरण के 10 माह बाद भी आरोपित ने रुपये नहीं लौटाए। सीएमएस प्रबंधन ने इस मामले की शिकायत चार अगस्त 2017 को तत्कालिन डीजीपी सुलखान सिंह से की थी। यही नहीं बीते मार्च में स्कूल प्रबंधन ने डीजीपी ओपी सिंह से मिलकर की मांग भी की थी। इंस्पेक्टर ठाकुरगंज के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की की जाएगी।