राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने का दावा किया है। जीआरपी का दावा है कि पकड़े गए व्यक्ति के पास से 1100 ग्राम मार्फीन बरामद हुआ है। इस मादक पदार्थ की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एक करोड़ से अधिक कीमत बताई जा रही है। जीआरपी के अनुसार अभियुक्त पर पहले से करीब आधा दर्जन केस एनडीपीएस एक्ट में दर्ज है। अभियुक्त को हिरासत में लेकर उसके गैंग में शामिल अन्य आरोपियों के बारे में पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
आठ बार पहले कर चुका है जेल की सैर
जीआरपी की गिरफ्त में आया मोहम्मद यूसुफ अंसारी पहले भी 8 बार जेल की यात्रा कर चुका है। जीआरपी लखनऊ ने इसे मार्फिन तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 1 किलो 100 ग्राम मार्फीन बरामद की है। जिसकी अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी जा रही है। एसपी रेलवे लखनऊ सौमित्र यादव ने बताया कि जीआरपी को लगातार इस बात की जानकारी मिल रही थी कि स्टेशन और उसके आसपास एक ऐसा गिरोह सक्रिय है जो महिलाओं की मदद से मार्फीन की तस्करी का काम कर रहा है। इस काम में छोटे-छोटे बच्चों को भी सम्मिलित कराकर इस तरह का व्यापार किया जा रहा है। जिसके बाद मुखबिर मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने एनईआर स्टेडियम के पास से एक व्यक्ति को स्कूल बैग के साथ गिरफ्तार कर लिया।
जीआरपी को टीम को एसपी ने किया पुरस्कृत
एसपी ने बताया कि बरामदगी के तौर पर आरोपी के पास से गीली और सूखी अवस्था में भारी मात्रा में मार्फिन बरामद की गई। आपको बता दे की मोहम्मद यूसुफ इससे पहले भी कई बार जेल जा चुका है और इस काम में इसका बखूबी साथ उसकी पत्नी और बच्चे भी देते रहे हैं। जिसका पता इस बात से चलता है कि यूसुफ की पत्नी भी आलमबाग कोतवाली से दो बार जेल जा चुकी है पर जिस तरह से यह सफलता मिली है। वह जीआरपी के लिए बेहद ही काबिले तारीफ है। एसपी ने गिरफ्तार करने वाली जीआरपी की टीम को 10,000 के नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया है।