राजधानी लखनऊ के इंदिरानगर के सेक्टर 11 में कृष्णा वार्ष्णेय (72) की हत्या गला व मुंह दबाकर की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है। बदमाशों की संख्या दो के करीब बताई जा रही है। अब तक की जांच में पुलिस को कोई ठोस सफलता नहीं मिली है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक फुटेज के आधार पर संदिग्धों का पता लगाया जा रहा है। जल्द ही वारदात का राजफाश कर दिया जाएगा।
एसएसपी का कहना है कि चार टीमें गठित कर हत्यारों की तलाश की जा रही है। वारदात में किसी करीबी की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता। बदमाशों को इस बात की जानकारी थी कि कृष्णा बुधवार को दोपहर के समय अकेली हैं तभी उन्होंने मौका पाकर वारदात को अंजाम दिया। सर्विलांस की मदद से संदिग्धों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। फुटेज में जो दो लोग दिखाई दिए हैं, उनकी पहचान के लिए स्केच बनवाए जाएंगे। क्राइम ब्रांच, सर्विलांस व गाजीपुर थाने की पुलिस छानबीन में जुटी है।
वारदात के पीछे पुलिस रेकी की बात कह रही है। कृष्णा के घर के पास लगा एक सीसीटीवी कैमरा भी गायब मिला है। बताया जा रहा है कि कैमरे में हत्यारों की फोटो कैद न हो, इसके लिए उसे नोचा गया था। पुलिस का कहना है कि बदमाश लूट के इरादे से ही घर में दाखिल हुए थे और विरोध पर वारदात को अंजाम दिया। पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे कृष्णा के बेटे नितिन ने वारदात के राजफाश की मांग की। कहा कि उनकी पत्नी गीतिका दोनों बेटियों को लेकर मायके गई थी। गनीमत है कि बेटियां घर पर नहीं थी वरना हत्यारे उनपर भी हमला कर देते। नितिन ने सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई और पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर चले गए।