राजधानी लखनऊ के आशियाना थाना क्षेत्र में पिछले दिनों हुए किन्नर हत्याकांड में पुलिस खुद हो गंभीर आरोपों में घिर गई है। इस केस में पूछताछ के लिए लाये गए युवक की मौत के बाद पुलिस पर पीड़ित के परिवार वालों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ के लिए मृतक को हिरासत में लिया था। हिरासत में पुलिस ने थर्ड डिग्री टॉर्चर किया इससे उसकी मौत हो गई। इस संबंध में थाना प्रभारी आशियाना ने बताया थर्ड डिग्री के आरोप निराधार हैं, मृतक को 10 दिन पहले ही पूछताछ के लिए लाया गया था और छोड़ दिया गया था।
चार पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज: एसएसपी
मौके पर पहुंचे एसएसपी दीपक कुमार ने कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि परिवारीजनों की तहरीर पर इंस्पेक्टर आशियाना भानु प्रताप सिंह, दारोगा अब्दुल तालीम जैदी और क्राइम टीम के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है। एसएसपी ने कहा कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी। शव को पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा। अगर जांच में पुलिस की प्रताड़ना और पिटाई से मौत की बात सामने आती है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। जो भी पुलिसकर्मी दोषी मिलेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। बाद में मीडिया को संबोधित कर एसएसपी ने कहा कि परिवारीजनों की तहरीर पर जयदी नामक दरोगा समेत चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। इसकी जो रिपोर्ट आएगी और जांच के आधार पर ही पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई होगी।
पुलिस पर पेट्रोल पिलाकर पिटाई का आरोप
डूडा कालोनी हैवतमऊ मवैया में रहने वाले मृतक के परिजनों का आरोप है कि किन्नर हत्याकांड में शक के आधार पर आशियाना पुलिस ने सगे भाइयों कमरू व भूरे को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से कमरू की पीजीआई थाने में मौत हो गई। वहीं इंस्पेक्टर अशिआना ने बताया कि उसकी मौत बीमारी से हुई है। आरोप है कि पुलिस की थर्ड डिग्री से युवक की मौत हुई है। पुलिस ने दोनों भाइयों उठाया और को 24 तारीख से 27 तारीख तक आशियाना थाने में थर्ड डिग्री टॉर्चर किया। 27 तारीख को छूटने के बाद युवक की हालत बिगड़ गई। पीड़ित ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। आरोप है कि पुलिस ने मृतक को पेट्रोल पिलाकर जानवरों की तरह गुनाह कबूलने के लिए पीटा।
रायबरेली रोड जाम कर उग्र प्रदर्शन
ऑल इंडिया मुस्लिम वुमन पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अंबर घटना से बेहद नाराज दिखीं। वह रायबरेली रोड जाम कर रहे पीड़ित परिवार के परिजनों से मिली और प्रदर्शन में शामिल हुईं। घटना के बाद परिजनों ने आरोप लगाया कि लखनऊ की पुलिस गुड़ई पर उतर आई है। पुलिस ने मृतक को इस कदर मारा कि उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने आशियाना पुलिस पर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है।
गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतारा गया था चंचल
आपको बता दें कि बीती 22 अप्रैल को आशियाना में स्थित केके पैलेस में एक समुदाय का एक कार्यक्रम चल रहा था। इस कार्यक्रम में किन्नर चंचल शामिल होने जा रहा था। इसी दौरान रास्ते में किसी वैन सवार ने पीजीआई निवासी किन्नर चंचल को आशियाना क्षेत्र में ही गोलियों से भून दिया था और बदमाश मौके से भाग निकले थे। पेट और हाथ में गोली लगने से घायल चंचल को पुलिस ने ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया था, जहां जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे चंचल ने मंगलवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। किन्नर चंचल की इस तरह बीच रास्ते में गोली मारकर हत्या के बाद से पूरे इलाके में सन्नाटा पसर गया था। वारदात के बाद आक्रोशित किन्नरों ने जमकर हंगामा काटा और किन्नर चंचल के हत्यारों को जल्द पकड़ने की मांग की थी। पुलिस ने हत्या का अभियोग पंजीकृत कर तफ्तीश शुरू की।
इससे पहले भी प्रेम प्रसंग के चलते कई किन्नरो की हो चुकी हत्याएं
➡सितंबर 2016 में खदरा निवासी किन्नर रवीना उर्फ उस्मान की चाकू से गोदकर हत्या।
➡अप्रैल 2016 में चारबाग स्थित होटल कृष्णा पैलेस के संचालक राहुल ओझा की हत्या भी किन्नर से प्रेम प्रसंग के चलते हुई थी। राहुल का हसनगंज खदरा निवासी किन्नर महक उर्फ जीशान से प्रेम प्रसंग था।
➡18 सितंबर 2010 को माल निवासी दो युवकों ने बाजारखाला के बिल्लौचपुरा निवासी किन्नर हाजी चंपा के घर में घुसकर जानलेवा हमला किया था।
प्रेम प्रसंग में हत्या का शक
जानकार सूत्रों की माने तो पुलिस कातिलों तक पहुंच चुकी है। जांच में जुटी पुलिस का कहना है कि चंचल की प्रेम प्रसंग के चलते ही हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। फिलहाल पुलिस का दावा है कि जल्द ही कातिल सलाखों के पीछे होंगे।