राजधानी लखनऊ की हाईटेक पुलिस की पोल उस समय खुल गई जब ठाकुरगंज इलाके में बाइक से जा रहे एक श्रम विभाग के संविदाकर्मी अकाउंटेंट को घात लगाकर बैठे बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियों से भून डाला और घटना को अंजाम देकर बदमाश मौके से फरार हो गए। गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाके में सनसनी फैल गई। इसकी सूचना मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और गंभीर हालत में युवक को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी करके चेकिंग शुरू की लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग सका।
एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के मुताबिक, श्रम विभाग में संविदा कर्मी आशीष ठाकुरगंज के अहिरी टोला में रहता है। बुधवार देर शाम करीब साढ़े सात बजे बाइक से घर जा रहा था। सराय माली खां स्थित गली में पान की दुकान लगाने वाले रमेश के घर के बाहर पहले से घात लगाए स्कूटी सवार बदमाशों ने आशीष पर अचानक गोली चला दी। गोली लगते ही आशीष लड़खड़ाकर बाइक से नीचे गिर गया। इस बीच हमलावर तेजी से भाग निकले। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावर स्कूटी से थे और दोनों ने हेलमेट लगा रखा था।
सड़क किनारे सो रहे आकाश ने बताया कि गोली चलते ही उसकी नींद खुल गई थी। उठकर देखा तो आशीष जमीन पर लहूलुहान तड़प रहे थे। विरोध किया तो एक हमलावर ने उस पर असलहा तान दिया और फिर दोनों चौपटिया की तरफ भाग निकले। गोली लगते ही आशीष चीखने लगा। उसने आवाज लगाई और कहा कि उसे कुछ लोगों ने गोली मार दी है। लोग एकत्र हो गए, लेकिन किसी ने उसे अस्पताल ले जाने की हिम्मत नहीं दिखाई। इसके बाद आशीष ने अपने मोबाइल फोन से खुद दो लोगों कॉल कर घटना के बारे में बताया। इस बीच वहां पहुंचे दो युवक राहुल और साहिल आशीष को उठाकर ट्रामा सेंटर लेकर गए, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। आशीष के पिता लक्ष्मीकांत प्रापर्टी का काम करते हैं।