राजधानी लखनऊ के निगोहाँ थाना क्षेत्र के एक गाँव में पड़ोसी के घर चार्जिगं पर लगे मोबाइल को लेने गयी किशोरी को लौटते वक्त रास्ते से पड़ोसी गाँव के एक युवक ने कुल्हाड़ी के दम पर मुँह दबाकर अगवा कर जगंल में ले जाकर कपड़े उतारकर दुराचार किया। आरोप है कि इसके बाद आरोपी ने उसे पेड़ से बांध दिया और 12 घन्टे बन्धक बनाये रखा। किशोरी के विरोध करने पर दबंग ने कुल्हाड़ी से पैर में कई वार कर बुरी तरह लहूलूहान कर सुबह मरणासन्न हाल में किशोरी को छोड़कर मौके से भाग निकला।
जगंल में किशोरी को मरणासन्न हालत में पड़ा देख ग्रामीणो ने किशोरी के परिजनो को सूचना दी। जिसके बाद मौके पर पहुँचे परिजन पीड़ित किशोरी को घायल अवस्था में निगोहाँ थाने पहुँचकर पुलिस को आपबीती बताई। पुलिस ने निगोहाँ थाने पहुँचे के कई घन्टे बाद घायल किशोरी को मेडिकल के लिये सीएचसी भेजा जहाँ डाक्टर ने किशोरी की हालत बिगड़ती देख उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, निगोहाँ के एक गाँव निवासी महिला ने बताया बीते बुधवार की रात आठ बजे के करीब उसकी 15 वर्षीय बेटी मोहल्ले के एक घर में चार्जिग में लगा अपना मोबाइल लेने गयी थी। लेकिन देर रात तक वापस नहीं आयी तो बेटे के साथ खोजबीन की गयी। लेकिन देर रात तक कुछ पता नहीं चल सका। गुरूवार की सुबह साढे नौ बजे के करीब गाँव के लोगों ने बेटी के बुरी तरह लहूलूहान व मरणासन्न हालत में जगंल में पड़े होने की बात बताई। इसके बाद मौके पर पहुँचकर बेटी को साथ लेकर निगोहाँ थाने पहुँचकर बेटी को इलाज के लिये अस्पताल भेजे जाने की गुहार लगायी।
लेकिन पुलिस ने कई घन्टे तक उसे इलाज के लिये भेजने की बजाय थाने में रोके रखा। जब हालत बिगड़ी तो आनन-फानन में मोहनलालगंज सीएचसी भेजा तो होश आने पर किशोरी ने आप बीती माँ को बताते हुये बताया। वह मोबाइल लेकर वापस आते वक्त पड़ोस के गाँव बकतौरीखेड़ा निवासी नरेन्द्र हाथ में कुल्हाड़ी लेकर आया ओर जान से मारने की धमकी देकर जबरन उसका मुंह दबाकर उसे अगवा कर गाँव के पास जगंल में ले गया।
उसके कपड़े उतारकर उसके साथ जबरन दुष्कर्म करने के साथ ही बन्धक बना लिया। विरोध करने पर कुल्हाड़ी से घुटने व पैर में वार कर उसे बुरी तरह घायल कर मरणासन्न हालत में छोड़कर भाग निकला। निगोहाँ इस्पेक्टंर चैपियन लाल ने बताया किशोरी को मेडिकल के लिये महिला अस्पताल भेजा गया है। मेडिकल में दुराचार की पुष्टि होने पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जायेगी।
तड़पती रही किशोरी, लापरवाह बनी रही निगोहाँ पुलिस
किशोरी को घायल अवस्था में परिजन साढे दस बजे के करीब निगोहाँ थाने लेकर पहुँचकर लहूलूहान हालत में तड़प रही बेटी को पुलिस से तत्काल इलाज के लिये अस्पताल भेजे जाने की गुहार लगाते रहे। लेकिन संवेदनहीन बनी निगोहाँ पुलिस किशोरी को कई घन्टे बाद सीएचसी लेकर पहुँची। जहाँ से डाक्टर ने किशोरी की गंभीर हालत को देखते हुये महिला जिला अस्पताल रेफर किया। लेकिन निगोहाँ थाने से मेडिकल का कागज आने के बाद साढे चार बजे के करीब किशोरी को एम्बुलेंस से लखनऊ भेजा गया।