राजधानी लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली क्षेत्र स्थित राजभवन के पास पिछली 30 जुलाई को हत्या व लूट की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद भागे लुटेरे का पुलिस अभी तक कोई सुराग नहीं लगा सकी है। लुटेरे की तलाश में एसटीएफ सहित पुलिस की 10 टीमें लगी हुई हैं। एसएसपी कलानिधि नैथानी इस लुटेरे को पकड़ना चुनौती मान रहे हैं। वह खुद इस पूरे केस की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।एसएसपी ने लुटेरे को पकड़वाने वाले के लिए इनाम की धनराशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रूपये कर दी। पुलिस की टीमें उन्नाव, बाराबंकी, सीतापुर, कानपुर, हरदोई, सहित कई जनपदों में डेरा जमाये हुए हैं।
पुलिस बदमाश का स्थानीय कनेक्शन तलाश रही है। पुलिस की कई टीमें सीतापुर व कानपुर में डेरा डाले हुए हैं। वहीं कुछ पुलिसकर्मियों को सुलतानपुर, फतेहपुर, रायबरेली व प्रतापगढ़ में दबिश के लिए भेजा गया है। एसएसपी का कहना है कि बदमाश की साफ तस्वीर पुलिस के हाथ लगी है। जल्द ही उसे दबोच लिया जाएगा। वहीं नरही में भी हजरतगंज पुलिस लुटेरे की घर घर, गली-गली खाक छान रही है लेकिन कोई पुख्ता सबूत हासिल नहीं हुआ।
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि लूट का वीडियो बनाने वाले युवक की तलाश कर ली गई है। उसके पास से वीडियो भी मिला है इससे सबूत इकठ्ठा किये जा रहे हैं। पुलिस जल्द ही ये वीडियो को भी सार्वजानिक करेगी। वहीं लखनऊ पुलिस जनता से अपील करके लुटेरे को पकड़वाने में मदद मांग रही है।
श्रीराम टावर होते हुए एसएसपी आवास के सामने से भागा था लुटेरा
एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक, बदमाश नरही के रास्ते श्रीराम टावर होते हुए नवल किशोर रोड के रास्ते एसएसपी आवास के सामने से भागा था। कई स्थानों पर पुलिस को बदमाश की फुटेज मिली है। इस फुटेज के बाद पुलिस की चौकसी की पोल खुल गई है। इस हत्याकांड में लगी 10 टीमें आरोपित की तस्वीर लेकर खाक छान रही हैं।
गुरुवार को एक टीम ने गोसाईगंज जेल में बंद बदमाशों से पूछताछ की। वहीं एक टीम ने सदर में सघन तलाशी ली। पुलिस सीरियल किलर भाइयों के नेटवर्क भी खंगाल रही है। पुलिस ने श्रीराम टावर के पास गुरुवार को सीसीकैमरे खंगाले तो उन्हें बदमाश बाइक से जाता दिखाई दिया। उस रोड पर लगे कैमरों की खोजबीन तेज कर दी गई।
अशोक मार्ग पर विभिन्न कैमरों की तलाशी के बाद नवल किशोर रोड पर पड़ताल शुरू हुई तो कैमरों में लुटेरा कैद मिला। एसएसपी का दावा है कि बदमाश किस रास्ते और कहां गया है, इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। जल्द ही पुलिस आरोपित के बारे में पूरी जानकारी जुटा लेगी।
नाकाबंदी का दिखावा करती रही पुलिस
वारदात के बाद पुलिस नाकाबंदी का दिखावा करती रही और बदमाश आंख में धूल झोंककर आसानी से भाग निकला था। कई चौराहों पर चेकिंग भी लगाई गई थी और तमाम वरिष्ठ अफसर हजरतगंज में ही डेरा डाले हुए थे। बावजूद इसके किसी को कोई सफलता नहीं मिली। बदमाश को सभी रास्तों की पूरी जानकारी थी। फुटेज सामने आने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि बदमाश ने रेकी कर पूरी प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया है।
40 नए सीसीटीवी कैमरे खंगाले
पुलिस ने गुरुवार को 40 नए सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इस बीच उन्हें बदमाश की साफ फोटो मिल गई, जिसके बाद से पुलिस उसे सोशल मीडिया पर जारी कर शिनाख्त की अपील कर रही है। पुलिस का दावा है कि बदमाश आसपास के जिले का ही रहने वाला है। उधर, बैंक के बाहर घटना वाले दिन से बदमाश का वीडियो बनाने वाला युवक भी गुरुवार को सामने आ गया और पुलिस को वीडियो सौंप दिया।
उक्त वीडियो में भी बदमाश की करतूत कैद है। बताया जा रहा है कि वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरा तकरीबन आधे घंटे तक हजरतगंज क्षेत्र में ही घूमता रहा, लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। नरही में हॉस्टल खंगाल रही राजधानी पुलिस को अब तक बदमाश के बारे में कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका है।
एक लाख इनाम देगी पुलिस
एसएसपी ने बदमाश की साफ तस्वीर जारी करते हुए लोगों को इसे पकड़वाने में मदद करने की अपील की है। एसएसपी का कहना है कि जो भी व्यक्ति बदमाश को पकड़वाने में सहयोग करेगा, उसे एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। मदद करने वाले व्यक्ति का नाम पुलिस गोपनीय रखेगी। उधर कैश वैन के चालक रामसेवक का फोन घटना वाले दिन सुबह से बंद था। रामसेवक ने पूछताछ में बारिश में भीगने के कारण फोन बंद करने की बात कही है। उधर, कस्टोडियन उमेश को गुरुवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। अब पुलिस दोनों का आमना सामना कराएगी।
असलहा तस्करों की तलाश
पुलिस राजधानी समेत असलहा तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्यों की तलाश कर रही है। शक है कि बदमाश ने तस्करों से असलहे खरीदे थे। पुलिस ने जमानत पर चल रहे कुछ बदमाशों से पूछताछ की है। उनके बारे में भी तफ्तीश चल रही है, जिन्होंने इसके पहले कैश वैन अथवा बैंक में लूट की घटना को अंजाम दिया था।
इतनी बड़ी घटना से हिल गया पूरा पुलिस महकमा
गौरतलब है कि लखनऊ के वीवीआईपी इलाके में राजभवन के ठीक पास बाइक सवार बदमाश ने सोमवार को ताबड़तोड़ फायरिंग कर बैंक की कैशवैन के गार्ड की हत्या कर दी और लाखों रुपये लूट लिये थे। इस फायरिंग में कस्टोडियन और ड्राइवर भी घायल हो गये। फायरिंग से हड़कंप मच गया और राहगीर दहशत में आ गए। इसी एक राहगीर हिम्मत दिखाते हुए एक बदमाश से जूझ गया, जिससे उसकी पिस्टल वहीं गिर पड़ी।
कई घंटे तक लूटी गई रकम 20 लाख रुपये बताई जाती रही पर बाद में एसएसपी ने दावा किया कि लूटे गये बैग में 6 लाख 44 हजार रुपये थे। हजरतगंज कोतवाली क्षेत्र में इतनी बड़ी घटना से पूरा पुलिस महकमा हिल गया। आनन-फानन डीजीपी ओपी सिंह, एडीजी कानून व्यवस्था आनन्द कुमार, आईजी सुजीत पाण्डेय समेत कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गये। तब तक घायलों को अस्पताल भेज दिया गया था। डीजीपी ने इस घटना की पड़ताल में एसटीएफ को भी लगा दिया।
ये है कैश वैन लूट का पूरा घटनाक्रम
एक्सिस बैंक के अधिकारी के मुताबिक सिक्योरिटी इंडिया प्रा.लि. (एसआईपीएल) रोजाना शहर के बड़े व्यापारियों से रुपये लेकर उनके और एचडीएफसी बैंक में जमा करती है। रोजाना की तरह ही इस कंपनी की कैशवैन सोमवार अपराह्न साढ़े तीन बजे एक्सिस बैंक के सामने पहुंची। वैन को बैंक गेट पर न खड़ी कर सड़क के दूसरी ओर खड़ा किया गया। ड्राइवर राम सेवक ने बताया कि गनमैन इन्द्रमोहन सिंह, कस्टोडियन उमेश चन्द्र शर्मा रुपयों से भरे दो बैग लेकर बैंक गये।
वहां जमा करने के बाद वे दो और बैग लेकर बैंक जाने के लिए सड़क पार करने लगे। बस, इसी समय अचानक एक युवक डिवाइडर के पास आया और कुछ समझने से पहले ही इन्द्रमोहन व उमेश पर फायरिंग कर दी। सीने में दो गोली लगने से इन्द्रमोहन लहूलुहान होकर वहीं गिर पड़ा।
उमेश के पैर में गोली लगी। पर, वह एक बैग लेकर बैंक के अंदर भाग गया। इस पर बदमाश कैशवैन की तरफ बढ़ा। रामसेवक ने बताया कि वह नीचे उतर चुका था और उसके पेट में भी छर्रा लगा था। उसने विरोध नहीं किया और बैंक की तरफ भागा। इसी समय बदमाश ने एक बैग उठाया और बाइक से भाग निकला।
फायरिंग से दहशत फैल गई थी। राहगीर भी इधर-उधर भाग लिये थे। अफरातफरी के बीच दोनों घायलों को सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां कुछ देर बाद ही इन्द्रमोहन की मौत हो गई जबकि उमेश को ट्रॉमा भेज दिया गया। वहीं राम सेवक को मामूली रूप से छर्रा लगा था जिस कारण उसे पुलिस पूछताछ के लिए ले गई।
प्रत्यक्षदर्शियों और सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि बाइक पर UP32 BK7068 नंबर लिखा था। यह नंबर एक स्कूटी का निकला। इस आधार पर ही कहा जा रहा है कि यह बाइक चोरी की है। इस बारे में भी सभी को बता दिया गया है। बताया जा रहा है कि गनमैन बदमाशों को पहचानता था इसलिए उसकी बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी।