राजधानी लखनऊ के नए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी अपने कार्यभार के तीसरे दिन भी एक्शन में नजर आये। जैसे ही उन्होंने कार्यभार संभाला वैसे ही अपने अंदाज में काम भी करना शुरू कर दिया। मंगलवार सुबह पुलिस कार्यालय पहुंचे एसएसपी ने पूरे कार्यालय का निरीक्षण किया।
पीड़ितों की समस्याएं थाना स्तर पर निपटाने के निर्देश
एसएसपी ने डालीगंज स्थित कार्यालय का किया निरीक्षण। साफ सफाई का लिया जायज़ा, सभी को दिए उचित निर्देश। एसएसपी ने कमरों में गंदगी देख अधिकारियों को साफ-सफाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यालय परिसर की गंदगी पर वहां पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा श्रमदान कर पूरे परिसर में साफ-सफाई जल्द से जल्द की जाए। साथ ही एसएसपी ने कार्यालय में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे पीड़ितों को बैठा देख एक एक करके उन्हें बुलाया। एसएसपी ने पीड़ितों की समस्याएं थाना स्तर पर ही निपटाने के निर्देश दिए हैं। एसएसपी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पीड़ितों की शिकायतों का निस्तारण थाना स्तर पर करें ताकि उन्हें कार्यालय की दौड़ ना लगानी पड़े।
बता दें कि बरेली के एसपी कलानिधि नैथानी को लखनऊ की कमान सौंपी गई है। 2005 बैच के आईपीएस कलानिधि जनता का भरोसा जीतकर अपराध पर नकेल कसने में भरोसा रखते हैं। उन्होंने बातचीत में कहा कि सही काम के लिए किसी की सिफारिश की जरूरत नहीं होती। उनकी प्राथमिकता में अनुशासन, सिस्टमेटिक क्राइम कंट्रोल, बेहतरीन कानून व्यवस्था, जनसुनवाई और त्वरित न्याय शामिल है।
इन जगहों पर तैनात रह चुके कलानिधि नैथानी
आईपीएस अधिकारी कलानिधि नैथानी इससे पहले पीलीभीत, कमांडेंट 38 पीएसी अलीगढ़, एएसपी कुंभ मेला, एएसपी सहारनपुर, कमांडेंट नौवीं पीएसी मुरादाबाद, एसपी कन्नौज, एसपी फतेहपुर पुलिस अधीक्षक पुलिस मुख्यालय इलाहबाद और एसपी मीरजापुर में रह चुके हैं। पुलिस सेवा में आने से पहले वह भाभा एटॉमिक अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक अधिकारी, भारत सरकार के सी-डॉट (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स) बंगलुरु एवं दिल्ली में पांच साल तक अनुसंधान अभियंता के पद काम कर चुके हैं।
नए कप्तान के आगे होंगी कई चुनौतियाँ
राजधानी लखनऊ में बढ़ते अपराध पर नकेल कसना, ध्वस्त यातायात व्यवस्था, वीआईपी ड्यूटी समेत कई चुनौतियां नए एसएसपी कलानिधि नैथानी की राह में है। उनके लिए भी राजधानी की राह आसान नहीं है। पॉलीटेक्निक छात्र संस्कृति की हत्यारों की गिरफ्तारी और उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचाना। इसके अलावा होटल एसएसजे और विराट इंटरनेशनल के मालिक की गिरफ्तारी एवं पुरानी घटनाओं में जानकीपुरम में मेडिकल स्टोर संचालक मुकेश मिश्र हत्याकांड का खुलासा भी उनके लिए एक चुनौती है। वहीं एटीएस के एडिशनल एसपी राजेश साहनी की मौत की गुत्थी भी सुलझाना उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।