मुज़फ्फरनगर में दिन निकलते ही पुलिस व बदमाशों की मुठभेड़ हो गयी। जिसमें 50 हजार का इनामी बदमाश मुठभेड़ में ढेर हो गया, जबकि उसका एक साथी फरार हो गया। वहीं बदमाश की गोली लगने से पुरकाजी थानाध्यक्ष भी घायल हो गया है। जिन्हें इलाज के लिए जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है।
घेराबंदी की तो पुलिस पर झोंका फायर
मुजफ्फरपुर के SP ओमबीर सिंह ने बताया कि पुरकाजी क्षेत्र के नेशनल हाईवे 58 पर पुलिस को सुबह 4 बजे सूचना लगी कि बाईक सवार बदमाश क्षेत्र में घूम रहे है। वो किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। पुरकाजी पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी के लिए हाईवे पर जीप लगाकर संदिग्ध दिखने वाले लोगो की चेकिंग शुरू कर दी। तभी सामने से बदमाश रमेश बाइक पर सवार होकर सामने से आता दिखाई दिया। पुलिस ने संदिग्ध देख रोकने का प्रयास किया तो रमेश ने सीधा पुलिस पर फायर झोंक दिया। गोली सीधे जीप में बैठे पुरकाजी थानाध्यक्ष विजय सिंह को जा लगी।
पुलिस की गोली का हुआ शिकार
बताया कि पुलिस ने तुरंत बदमाशों की घेराबंदी शुरू कर दी बदमाश खेत की तरफ को भागने लगे। पुलिस ने रुकने के ललकारा तो बदमाशों ने फिर पुलिस पर फायर कर दिया। तब पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो एक बदमाश को गोली जा लगी। जिससे वह बाइक समेत नीचे गिर गया जबकि उसका एक साथी भागने में कामयाब हो गया। जब घायल बदमाश को हॉस्पिटल ले जाया गया तो डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं घायल इंस्पेक्टर को इलाज के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। मृतक बदमाश की पहचान 50 हजार के इनामी रमेश उर्फ नानू उर्फ ऋषिपाल निवासी जटवाला थाना देवबंद जनपद सहारनपुर के रूप में हुई है।
सुपारी किलर था रमेश
सुपारी किलर रमेश जमशेद गैंग का सक्रिय सदस्य एवं शूटर था और रुपये लेकर हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देता था। रमेश के खिलाफ मुज़फ्फरनगर जनपद समेत अन्य जनपदों में एक दर्जन से ज्यादा मुकदमें दर्ज है। मुज़फ्फरनगर से ये दो मुकदमों में वांटेड चल रहा था। पिछले दिनों इसने भोपा थाना क्षेत्र में पुलिस के एक दरोगा पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें ये बचकर भागने में सफल रहा था। पुलिस इस मुठभेड़ को बड़ी कामयाबी मान रही है।