उत्तर प्रदेश के संभल जिला में पिछले दिनों एक महिला को गैंगरेप के बाद जिंदा जला देने की हुई दिल दहला देने वाली घटना के मामले में नाराज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने पुलिस अधीक्षक आर एम भारद्वाज को निलंबित कर दिया है। बता दें कि इस आईपीएस अधिकारी ने प्रशासनिक अधिकारियों को गुमराह करके इस वीभत्स घटना की गलत रिपोर्ट दी थी। साथ ही पुलिस ने इस पूरे मामले को दबा दिया था। मीडिया के जरिये मामला मुख्यमंत्री तक पहुँच गया इसके बाद सख्त सीएम ने ये कार्रवाई की है। सीएम योगी ने प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार व डीजीपी ओम प्रकाश सिंह से पूरी रिपोर्ट तलब की थी। प्रमुख सचिव गृह ने बताया कि 2012 बैच के आईपीएस अफसर यमुना प्रसाद को संभल का एसपी बनाया गया है। यमुना प्रसाद डीजीपी मुख्यालय में तैनात थे।

गौरतलब है कि संभल में पांच युवकों द्वारा एक महिला के साथ गैंगरेप कर उसे जिंदा फूंकने का मामला प्रकाश में आया। आरोप है कि आरोपियों ने महिला के साथ गैंगरेप करने के बाद एक मंदिर की यज्ञशाला में जिंदा जला दिया था। महिला के घर के पास ही मंदिर था जहां इस शर्मनाक घटना को अंजाम दिया गया। महिला के पति का आरोप है कि पीड़ित ने खुद को जिंदा जलाने से कुछ मिनट पहले पुलिस को 100 नंबर पर कॉल किया था, लेकिन उसके कॉल का कोई जवाब नहीं मिला। इस संबंध में एसपी संभल ने बताया कि घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर उनकी गिरफ़्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।

अतिरिक्त महानिदेशक (पुलिस) प्रेम प्रकाश ने बताया कि उन्होंने घटनास्थल से कुछ महत्वपूर्ण सबूत जुटा लिए हैं। हमने महिला की अंतिम फोन कॉल को भी सुरक्षित रख लिया है, जिसमें उसने अपने चचेरे भाई से बात की है।’ जानकारी के मुताबिक, दिल दहला देने वाली यह वीभत्स घटना को राजपुरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले एक गांव की है। यहां रहने वाली महिला के दो बच्चे हैं और उनके पति गाजियाबाद में मजदूरी का काम करते हैं। पुलिस के मुताबिक यह घटना शनिवार रात करीब 2:30 बजे की है। पुलिस को महिला के आखिरी फोन कॉल की क्लिप मिली है, जिसमें वह अपने चचेरे भाई से बात कर रही है और इस दौरान उसने अपने भाई को बताया कि उसने पुलिस से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन वह सफल नहीं हो पाई।

घटना के वक्त घर पर अकेली थी महिला

पुलिस ने बताया कि घटना से पहले शनिवार देर रात महिला अपने घर पर सो रही थी और हमलावर उसके घर में जबरदस्ती घुस गए और उसके साथ यह नृशंस व्यवहार किया। पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ गैंगरेप और मर्डर के आरोप में एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। मृतक महिला के पति ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया, ‘ये सभी पांचों आरोपी शनिवार की रात करीब ढाई बजे उसके घर में जबरदस्ती दाखिल हुए थे। इस वक्त मेरी पत्नी घर में अकेली थी और रात में भारी बरसात हो रही थी। उस वक्त घर में सिर्फ केरोसीन का लैंप जल रहा था। पांचों ने मेरी पत्नी के साथ बलात्कार किया।’

मंदिर की यज्ञशाला में पांचों आरोपियों ने महिला को जिंदा जलाया

महिला के पति ने बताया, ‘इस घटना बाद मेरी पत्नी ने अपनी यह आपबीती अपने चचेरे भाई को सुनाई क्योंकि तब मेरा और महिला के भाई का फोन पहुंच से बाहर था। लेकिन इससे पहले की मेरी पत्नी का चचेरा भाई पुलिस को या परिजनों को इस बाबत सूचित कर पाता कि ये पांचों घर में फिर दाखिल हो गए और इस बार उसे (पत्नी) को घसीटते हुए पास के मंदिर में ले गए। यहां मंदिर की यज्ञशाला में पांचों ने मिलकर उसे जिंदा जला दिया।’

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