रायबरेली में हुए नरसंहारके बाद बवाल अभी थमा नहीं है. हत्याकांड को लेकर विरोध जारी है. कुछ दिनों पूर्व ब्राह्मण सभा ने राजधानी में विरोध प्रदर्शन किया था. वहीँ अब विधानसभा के घेराव और आमरण अनशन भी शुरू किया जा रहा है. अ.भा.ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष यू.पी रत्न पंडित राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी (rajendra nath tripathi) आमरण अनशन करेंगे. ये अनशन 17 जुलाई को राजधानी में होगा जिसमें बड़ी संख्या में भाग लेने के लिए लोगों को कई जिलों से बुलाया जा रहा है.
ब्राह्मण समाज की प्रमुख मांग:
- पांचों पीड़ित परिवार के दो सदस्यों को सरकारी नौकरी दी जाये.
- पांचों परिवारों को 50,50 लाख की आर्थिक सहायता दी जाये.
- इस जघन्य हत्याकांड की सीबीआई जांच की जाये.
- फ़ास्ट ट्रैक अदालत का गठन कर अपराधियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए.
- इसके अलावा मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या से इस्तीफा लिया जाये.
- इनका कहना है कि ब्राह्मण सुरक्षित नहीं है, रोज ब्राहम्णो की हत्याएं हो रही हैं.
रायबरेली के ग्रामीण क्षेत्र में हुई हत्याएं :
- सभी पांच नृशंस हत्याएं रायबरेली के ऊंचाहार के अप्टा गांव में हुईं.
- खबरों के अनुसार कुछ आरोपी गिरफ्तार हुए लेकिन, मृतकों के परिवार संतुष्ट नहीं हैं.
- पुलिस के अनुसार इस बड़ी वारदात के सारे दोषी अभी नहीं पकड़े गए हैं.
- इसका मास्टर माइंड भी कोई और है जिसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
- बता दें कि जिला रायबरेली राजनैतिक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है.
- रायबरेली जिले पर गांधी परिवार का कॉपीराइट भी माना जाता है.
- ऐसे में इस महत्वपूर्ण जिले में एक-दो नहीं बल्कि पांच नृशंस हत्याएं हो गई.
- जिस गांव में नृशंस हत्याएं हुई, वह राजधानी से महज करीब सवा सौ किलोमीटर दूर है.
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Kamal Tiwari
Journalist @weuttarpradesh cover political happenings, administrative activities. Blogger, book reader, cricket Lover. Team work makes the dream work.