बहराइच : माॅडल आपदा राहत केन्द्रों के संचालन में लिया जाएगा काॅरपोरेट, स्वयंसेवी संस्थाओं व दानदाताओं का सहयोग, शासन की ओर से निर्देश प्राप्त हुए हैं कि विभिन्न आपदाओं विशेषकर बाढ़ के दौरान काॅरपोरेट संस्थान, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा अन्य दानदाताओं द्वारा राहत सामग्री जैसे-ड्राई राशन, कपड़े, बर्तन, पानी की बोतलें, कम्बल, तिरपाल, जरीकेन, सेनेटरी नैपकिन, दवाईयों इत्यादि का आवश्यकतानुसार एवं योजनाबद्ध तरीके से वितरण सुनिश्चित कराया जाय ताकि गैर सरकारी संस्थाओं एवं दानदाताओं से प्राप्त होने वाली राहत सामग्री का लाभ अधिक से अधिक ज़रूरतमन्द लोगों तक पहुॅचाया जा सके।
शासन की ओर से यह भी अपेक्षा की गयी है कि बाढ़ के दौरान जनपद में संचालित होने वाले माॅडल राहत केन्द्रों पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने तथा बाढ़ पीड़ितों को हर सम्भव सुविधा मुहैया कराये जाने के लिए काॅरपोरेट संस्थान, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा अन्य दानदाताओं से अपेक्षित सहयोग प्राप्त किया जाय। जनपद में बाढ़ के दौरान काॅरपोरेट संस्थान, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा अन्य दानदाताओं से अधिक से अधिक सहयोग प्राप्त करने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक के दौरान बहराइच ईंट निर्माता समिति, बहराइच उद्योग व्यापार मण्डल, पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन, गैर संरकारी संस्था सेव द् चिल्ड्रेन, केयर इण्डिया, भारतीय ग्रामोत्थान सेवा विकास संस्थान, भारत विकास परिषद, सम्मान विकास समिति महसी सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों एवं दानदाताआों से जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने अपील की कि बाढ़ पीड़ित व्यक्तियों की मदद जैसे पुनीत कार्य में हाथ खोलकर सहयोग प्रदान करें। बैठक के माध्यम से जिलाधिकारी ने जनपद के सभी सक्षम व्यक्तियों से भी अपील की है कि अपनी सामर्थ के अनुसार बाढ़ पीड़ितों की मदद करने में जिला प्रशासन को सहयोग प्रदान करें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि शासन की मंशा है कि विभिन्न संगठनों एवं दानदाताओं से प्राप्त होने वाली राहत सामग्री को आवश्यकतानुसार एवं योजनाबद्ध तरीके से वितरण कराया जाय। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी इच्छुक काॅरपोरेट संस्थानों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा अन्य दानदाताओं की सूची तैयार की जायेगी तथा इस बात की भी जानकारी प्राप्त की जायेगी कि उनकी ओर से राहत सामग्री किस रूप में और कब-कब उपलब्ध करायी जायेगी ताकि एक ही प्रकार की राहत सामग्री की अधिकता तथा वितरण में डुप्लीकेशन न हो सके। जिलाधिकारी ने बताया कि इस पूरी कवायद से जहाॅ एक ओर राहत सामग्री/मानव संसाधन का पूरी क्षमता के साथ सदुपयोग हो सकेगा वहीं दूसरी पारदर्शिता भी बनी रहेगी। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि माॅडल राहत कैम्पों के संचालन में मोबाइल, टायलेट, स्वच्छता व सफाई व्यवस्था, सोलर लालटेन, ड्राई फूड पैकेट, कपड़े, बर्तन के किट, चिकित्सा किट, स्वच्छता किट आदि के स्वैच्छिक वितरण कार्य में काॅरपोरेट संस्थानों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा अन्य दानदाताओं का योजनाबद्ध सहयोग प्राप्त किया जायेगा। साथ ही काॅरपोरेट संस्थानों, स्वयंसेवी संस्थाओं तथा अन्य दानदाताओं का नाम, पता, फोन नम्बर, आवंटित कैम्प, दानदाता द्वारा सहयोग सामग्री/धनराशि का विवरण जनपद स्तर पर सुरक्षित रखा जायेगा। राहत कैम्पों के सुगम संचालन के लिए अलग-अलग संस्थानों को कैम्प आवंटित किये जायेंगे, सम्बन्धित कैम्प के नोडल अधिकारी संस्थाओं से सीधे सम्पर्क में रहेंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि तहसील कैसरगंज अन्तर्गत परमहंस डिग्री कालेज कैसरगंज, नानपारा में ब्लाक मुख्यालय शिवपुर, महसी में बलभद्र सिंह इण्टर कालेज एरिया व मिहींपुरवा अन्तर्गत गोपिया बैराज पर माॅडल बाढ़ राहत केन्द्र संचालित किया जायेगा। उन्होंने पारले चीनी मिल परसेण्डी से कैसरगंज, बहराइच ईंट निर्माता समिति सेे नानपारा, बहराइच उद्योग व्यापार मण्डल से महसी तथा पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन से मिहींपुरवा में स्थापित होने वाले माॅडल बाढ़ राहत केन्द्र के संचालन में सहयोग प्रदान करने की अपील की। बैठक के दौरान सम्बन्धित तहसीलों के उप जिलाधिकारियों, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बाढ़ के सम्बन्ध में की गयी तैयारियों का विवरण प्रस्तुत किया।