हमीरपुर जिला उत्तरप्रदेश के 75 जिलों में से एक है| जिले का मुख्यालय हमीरपुर शहर है|हमीरपुर जिला चित्रकूट धाम बांदा मंडल का हिस्सा है| यह जिला 4,121 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है| यमुना और बेतवा नदियां यहाँ मिलती है| बेतवा नदी के किनारे खुरदरी रेत मिलती है जिसे यूपी के अन्य हिस्सों में निर्यात किया जाता है| साल 2006 में पंचायती राज मंत्रालय ने हमीरपुर को देश के 250 पिछड़े जिलों में शामिल किया था| हमीरपुर वर्तमान में यूपी का 34वां जिला है जिसे पिछड़ा क्षेत्र अनुदान निधि के तहत फण्ड मिलता है| हमीरपुर के पास से राष्ट्रीय राजमार्ग 86 गुजरता है| यहाँ के अधिकांश लोग बुंदेली भाषा बोलते है|
2011 की जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 1,104,285 है जिनमें से 59,537 पुरुष और 510,748 है| 2001 की तुलना ने 2011 में हमीरपुर में 5.80% की बढ़ोतरी हुई जबकि 1991 से 2001 के बीच यह बढ़ोतरी 18.11 थी| हमीरपुर में प्रति 1000 पुरुषों पर 876 महिलायें है| हमीरपुर की साक्षरता दर 68.77% है जिनमे पुरुषों की साक्षरता दर 79.76% और महिलाओं की साक्षरता दर 55.95% है| हमीरपुर मुख्य रूप से हिन्दू बहुल क्षेत्र है| यहाँ की आब्दी का 91.46% हिस्सा हिन्दू धर्म में जबकि 8.26% हिस्सा मुस्लिम धर्म में आस्था रखता है|
हमीरपुर जिले में चार तहसील आती है- हमीरपुर, राठ, मौदहा, सरीला |
हमीरपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में 47वें नंबर पर है| यज निर्वाचन क्षेत्र 1967 में अस्तित्व में आया| चुनाव आयोग की 2009 की आंकड़ों की माने तो हमीरपुर लोकसभा में 1,498,840 मतदाता है जिनमे 669,725 महिला और 829,115 पुरुष मतदाता शामिल है| हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में यूपी की पांच विधानसभा सीटें आती है- हमीरपुर, राठ, महोबा, चरखारी, तिंदवारी|
इन विधानसभा सीटों में से राठ विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है|
वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल सांसद है.[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल सांसद है.[/penci_blockquote]
यहाँ पहला आमचुनाव 1952 में हुआ था| 1952 से लेकर 1971 तक इस सीट पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का दबदबा रहा| 1977 में अपनी छठी जीत तालाश रही कांग्रेस की उम्मीदों पर पानी भारतीय लोकदल के तेज प्रताप ने जीत दर्ज करके फेरा| 1980 में कांग्रेस(आई), 1984 में कांग्रेस और 1989 में जनता दल के प्रत्याशी ने इस सीट पर कब्ज़ा किया|1991 में विश्वनाथ शर्मा ने भारतीय जनता पार्टी को हमीरपुर में पहली जात दिलाई| बीजेपी ने यहाँ लगातार तीन बार जीत दर्ज की और 1998 तक यह सीट उनके पास रही| 1999 में बसपा प्रत्याशी अशोक चंदेल ने सपा के उम्मीद को हराया तो वहीँ 2004 में हुए आम चुनावों में बसपा प्रत्याशी राजनारायण उर्फ़ राजू महाराज ने सपा के अशोक चंदेल को हराकर पिछली हार का बदला ले लिया| 2009 में यह सीट वापस बसपा के पास आ गई| वर्तमान में यहाँ से भारतीय जनता पार्टी के कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल सांसद है| चंदेल लोकसभा के लिए पहली बार निर्वाचित हुए है और सोलहवीं लोकसभा में यह वित्त सम्बन्धी मामलो की स्थाई समिति के सदस्य है| मौजूदा लोकसभा में जहाँ उपस्थिति का राष्ट्रीय औसत 80% है वहीँ स्थानीय सांसद की सदन में उपस्थिति 98% है| इन्होने अबतक ३६४ प्रश्न पूछे है और 1563 चर्चाओं में हिस्सा लिया है| पुष्पेन्द्र चंदेल ने अबतक 15 निजी सदस्य बिल पेश किये है|
लोकसभा | वर्ष | पार्टी | नाम |
पहली | 1952 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | मनुलाल द्विवेदी |
दूसरी | 1957 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | मनुलाल द्विवेदी |
तीसरी | 1962 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | मनुलाल द्विवेदी |
चौथी | 1967 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | स्वामी ब्रह्मानंद |
पांचवी | 1971 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | स्वामी ब्रह्मानंद |
छठीं | 1977 | भारतीय लोकदल | तेजप्रताप यादव |
सातवीं | 1980 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई) | डोंगर सिंह |
आठवीं | 1984 | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | स्वामी प्रसाद सिंह |
नौवीं | 1989 | जनता दल | गंगा चरण राजपूत |
दसवीं | 1991 | भारतीय जनता पार्टी | विश्वनाथ शर्मा |
ग्यारहवीं | 1996 | भारतीय जनता पार्टी | गंगा चरण राजपूत |
बारहवीं | 1998 | भारतीय जनता पार्टी | गंगा चरण राजपूत |
तेरहवीं | 1999 | बहुजन समाजवादी पार्टी | अशोक कुमार सिंह चंदेल |
चौदहवीं | 2004 | समाजवादी पार्टी | राजनारायण भुधोलिया |
पंद्रहवीं | 2009 | बहुजन समाजवादी पार्टी | विजय बहादुर सिंह |
सोलहवीं | 2014 | भारतीय जनता पार्टी | कुंवर पुष्पेन्द्र सिंह चंदेल |