शाहजहाँपुर जिले का जिला मुख्यालय और नगर निगम शाहजहाँपुर में है. शाहजहांपुर घराने ने कई मशहूर सरोद वादक; जैसे, इनायत अली, उस्ताद मुराद अली खान, उस्ताद मोहम्मद अमीर खान, पंडित राधिका मोहन मोइत्रा, पंडित बुद्धा देव दास गुप्ता, और वर्तमान में अमजद अली खान; दिए हैं. शाहजहांपुर 2 नदियों खन्नौत और गर्रा के संगम पर स्थित है.
मुग़ल शासक जहाँगीर की सेना एक सैनिक दरिया खान के बेटों; दिलीर खान और बहादुर खान, ने इस जिले की स्थापना की थी. दरिया खान्दर से ताल्लुक रखता था, जो आज अफगानिस्तान कहलाता है. दिलीर खान और बहादुर खान दोनों ही शाहजहाँ की फ़ौज में ऊंचे पदों पर थे. दोनों भाइयों ने मिल कर कठेरिया राजपूतों के विद्रोहों को दबा दिया. उनके इस काम से खुश हो कर शाहजहाँ ने उन्हें 17 गाँव के साथ वहां किला बनाने की अनुमति दी.
काकोरी काण्ड के मुख आरोपियों; रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकुल्ला खान, चंद्रशेखर आज़ाद, राजेंद्र लहरी; में से रामप्रसाद बिस्मिल और अशफाकुल्ला खान दोनों शाहजहाँपुर की ही धरती पर जन्मे थे.
शाहजहाँपुर में अशफाकुल्ला खान के साथ ही दूसरे स्वतंत्रता सेनानी शाहीद अहमद उल्ला शाह की भी मजार यहाँ मौजूद है. दोनों मजारों को जोड़ने वाला रास्ता शहीद रामप्रसाद बिस्मिल मार्ग कहलाता है. उसी रास्ते पर एक आर्य समाज का मंदिर है जहाँ आन्दोलन के समय बिस्मिल रहे थे.
स्वतंत्रता आन्दोलन के समय लखनऊ और बरेली में बीच शाहजहाँपुर का बहुत बड़ा योगदान रहा था. अपने आन्दोलन के लिए धन एकत्र करने के लिए रामप्रसाद बिस्मिल ने काकोरी जा रही रेलगाड़ी में डाका डाला. जिसके लिए उन्हें ब्रिटिश हुकूमत द्वारा फांसी की सज़ा सुनाई गयी और 19 दिसम्बर 1927 को गोरखपुर के जेल में फांसी दी गयी.
जिले का सबसे पुराना शहर तिलहर, जिसे राजपूत तिरलोक चन्द्र ने बसाया था, को तीर कमान नगर भी कहते हैं, क्योंकि यहाँ से सेना के लिए तीर बना कर भेजे जाते थे. नाजिम श्री मंगल खान ने तिलहर के पास ही मंसूरपुर गाँव में किला बनवाया था.
शाहजहाँपुर के तत्कालीन सांसद 2014 के शाहजहाँपुर के आम चुनाव की विजेता भाजपा की कृष्णा राज हैं.[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]शाहजहाँपुर के तत्कालीन सांसद 2014 के शाहजहाँपुर के आम चुनाव की विजेता भाजपा की कृष्णा राज हैं[/penci_blockquote]
शाहजहाँपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधान सभा क्षेत्र आते हैं;
कटरा
जलालाबाद
तिलहर
पोवायाँ- अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित
शाहजहाँपुर
ददरौल
1962 में शाहजहाँपुर में पहले लोकसभा चुनाव हुए. इस आम चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रेम कृष्णा खन्ना शाहजहाँपुर के पहले सांसद बने. इनके काम से खुश हो कर जनता ने अगले चुनाव में इन्हें दोबारा चुना.
इसके बाद 1971 में भी यह सीट कांग्रेस के ही हाथ में रही पर इस बार जीतेन्द्र प्रसाद यहाँ की सांसद की कुर्सी पर बैठे.
अगले चुनाव में जनता पार्टी के सुरेन्द्र विक्रम ने इस सीट पर अपना कब्ज़ा जमाया. और अगले चुनाव में उनके हाथ से ये सीट निकल भी गयी.
1980 में जीतेन्द्र प्रसाद कांग्रेस की टिकट ले कर दोबारा मैदान में आये और भारी मतों से विजयी हुए. अगली बार भी प्रसाद ने इस सीट पर जीत हासिल की.
1989 में शाहजहाँपुर में भारतीय जनता पार्टी ने अपनी जीत का ऐलान किया और भाजपा नेता सत्यपाल सिंह यादव यहाँ के सांसद बने. यादव दूसरी बार भी इसी सीट से जीते. सत्यपाल सिंह केंद्र में खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री भी रहे.
1996 में शाहजहाँपुर में समाजवादी पार्टी का आगमन हुआ. सपा नेता राम मूर्ति वर्मा यहाँ के सांसद बने. वर्मा उत्तर प्रदेश के दुग्ध एवं डेरी विकास मंत्री भी रहे और अभी ये अकबरपुर के सांसद हैं.
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1998 में भाजपा के सत्यपल सिंह यादव ने फिर से इस क्षेत्र में जीत हासिल की. 1999 में कांग्रेस की वापसी हुई इस क्षेत्र में और जितेंद्र प्रसाद यहाँ के सांसद बने. अगली बार फिर कांग्रेस के ही हाथ यह से आई पर इस बार जितिन प्रसादा शाहजहाँपुर के सांसद बने.
2009 समाजवादी पार्टी के नेता मिथलेश कुमार शाहजहाँपुर के संसदीय क्षेत्र सी जीते.
शाहजहाँपुर के तत्कालीन सांसद 2014 के शाहजहाँपुर के आम चुनाव के विजेता भाजपा के कृष्णा राज हैं. कृष्णा राज कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भी हैं.
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लोकसभा | वर्ष से | वर्ष तक | नाम | पार्टी |
तीसरी | 1962 | 1967 | प्रेम कृष्णा खन्ना | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
चौथी | 1967 | 1971 | प्रेम कृष्णा खन्ना | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पांचवी | 1971 | 1977 | जीतेन्द्र प्रसाद | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
छठवीं | 1977 | 1980 | सुरेन्द्र विक्रम | जनता पार्टी |
सातवीं | 1980 | 1984 | जीतेन्द्र प्रसाद | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
आठवीं | 1984 | 1989 | जीतेन्द्र प्रसाद | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
नौवीं | 1989 | 1991 | सत्यपाल सिंह यादव | भारतीय जनता पार्टी |
दसवीं | 1991 | 1996 | सत्यपाल सिंह यादव | भारतीय जनता पार्टी |
ग्यारहवीं | 1996 | 1998 | राम मूर्ति वर्मा | समाजवादी पार्टी |
बारहवीं | 1998 | 1999 | सत्यपाल सिंह यादव | भारतीय जनता पार्टी |
तेरहवीं | 1999 | 2004 | जीतेन्द्र प्रसाद | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
चौदहवीं | 2004 | 2009 | जितिन प्रसाद | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पंद्रहवीं | 2009 | 2014 | मिथलेश कुमार | समाजवादी पार्टी |
सोलहवीं | 2014 | अब तक | कृष्णा राज | भारतीय जनता पार्टी |