2007 में नंदन कानन वन से लाये गये बाघ शिशिर ने खाना पीना छोड़ दिया है।
मालूम हो इस बाघ का जन्म 2004 में हुआ था।
जिसके बाद शिशिर को लखनऊ जू में लाया गया था।
शिशिर नाम का यह बाघ अब बुजुर्ग हो चुका है।
शिशिर जिसे देखने के लिए लखनऊ के नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान में भीड़ लगी रहती थी अब वो सुस्त पड़ चुका है।
बीते दो दिनों से शिशिर ने कुछ खाया भी नहीं है।
उसे खाने में मुर्गे का सूप दिया जा रहा था। लेकिन शिशिर ने भोजन ग्रहण ही नहीं किया.
मौजूदा वक्त में लखनऊ प्राणि उद्यान में 8 सामान्य और 3 सफेद बाघ हैं.
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