जिले के आगनवाड़ी केन्द्रो पर 5 महीने से बंद है पोषाहार। मानक के मुताबिक एक दिन भी नहीं की जा सकती अनदेखी। जबकि 36 गाँवो को कुपोषण मुक्त गांव बनाना है शबरी संकल्प अभियान के तहत।
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