आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर रविवार को अपने ऊपर दर्ज रेप केस में एसएसपी आवास पर जा कर गिरफ्तारी देने पहुंचे। इस दौरान वह घंटों एसएसपी का इंतजार करते रहे।
सीओ गोमतीनगर पर लगाए आरोप
लखनऊ: 18 महीने के बाद भी कोई कार्यवाही ना होने से नाराज आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर देने पहुंचे हैं अपनी गिरफ़्तारी! @Uppolice pic.twitter.com/YsBxgfU38b
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- उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह धमकी के ठीक बाद 13 जुलाई 2015 को अचानक दर्ज हुए इस केस में 18 महीने बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
- विवेचक सीओ गोमतीनगर द्वारा न ही कोई साक्ष्य संकलन किया गया है और कथित घटनास्थल का निरीक्षण तक नहीं किया गया है।
लखनऊ: 13 जुलाई 2015 को अपने ऊपर दर्ज रेप के केस में गिरफ़्तारी देने पहुंचे हैं IPS अमिताभ ठाकुर! @DehalManzil @Uppolice pic.twitter.com/475X2dlCcC
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- अमिताभ और नूतन ने कहा कि ऐसा मात्र इसीलिए हो रहा है क्योंकि सभी पुलिस अफसर जानते हैं कि मामला पूरी तरह झूठा है।
- लेकिन उच्चस्तरीय राजनैतिक दवाब के कारण मुकदमा समाप्त करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं और पिछले 18 महीने से वह अकारण बलात्कार जैसे घिनौने अपराध के मुलजिम बने हुए हैं।
लखनऊ: एसएसपी @DehalManzil का उनके आवास पर गिरफ़्तारी देने पहुंचे IPS अमिताभ ठाकुर कर रहे हैं इंतजार! pic.twitter.com/Xwf16zwICD
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- इसलिए उन्होंने कहा कि लखनऊ पुलिस उन्हें न्याय नहीं दे पा रही है इसलिए वह स्वयं एसएसपी आवास पर गिरफ्तारी देने पहुंच गए।