मूलरूप से रायबरेली निवासी प्रापर्टी डीलर आमिर खान से ठगों ने 10 लाख रुपये हड़प लिए। आरोपितों ने खुद को हवाला कारोबारी बताकर प्रापर्टी डीलर को एक करोड़ रुपये देने का लालच दिया था। इस मामले में पीड़ित ने पीजीआई थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस के मुताबिक सीसीटीवी फुटेज में ठग कैद हो गए हैं। मामले की जांच की जा रही है।
आमिर के मुताबिक रायबरेली के ही उसके दो परिचित अब्बास खान व फैयाज उल्ला खान ने एक माह पूर्व बताया था कि उनकी मुंबई के एक हवाला कारोबारी से बात हुई। दोनों ने आमिर से कहा था कि हवाला कारोबारी व्यापार के लिए पांच करोड़ रुपये दे रहा है और पांच साल तक वह रुपये वापस नहीं मांगेगा। पांच साल बाद पांच प्रतिशत ब्याज के साथ रुपये वापस देने होंगे। इसके लिए कारोबारी 10 लाख रुपये एडवांस में लेगा। यह सुनकर आमिर ने एक करोड़ रुपये की मांग की और 10 लाख देने को तैयार हो गया।
आमिर का आरोप है कि 17 मई को अब्बास व फैयाज के साथ वह रुपये के लेनदेन के लिए राजधानी आया था। इस बीच सरदार पटेल डेंटल कॉलेज के पास उसके परिचितों ने कार रुकवा दी, जहां उनके साथ गाड़ी में एक हवाला कारोबारी सवार हो गया, जिसने अपना नाम अनिल गुप्ता बताया। अनिल ने अपने दूसरे साथी समीर बागवान के पास चलने को कहा, जो उतरेठिया स्थित एक रेस्टोरेंट में बैठा था। रेस्टोरेंट में हवाला कारोबारियों ने आमिर से 10 लाख रुपये मांगे तो उसने दे दिया। इसके बाद समीर रुपये लेकर चला गया और अनिल को वहीं पर बैठने को कहा।
आरोप है कि समीर ने बोला था कि वह एक करोड़ रुपये लेकर आ रहा है। थोड़ी देर बाद अनिल ने फोन पर बात की और आमिर से रुपये लेने के लिए वृंदावन चलने को कहा। सभी रेस्टोरेंट से बाहर निकले ही थे कि पुलिस की वर्दी में दो लोग वहां पहुंचे और अनिल को अपराधी बताकर अपने साथ लेकर चले गए। इसके बाद आमिर ने जब समीर से बात कर रुपये की मांग की तो वह टरकाने लगा।
तीन दिन तक आमिर अपने परिचित युवकों के साथ भागदौड़ करता रहा, लेकिन उसे रुपये नहीं मिले। परेशान होकर आमिर ने सोमवार को पीजीआइ थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो उसमें आरोपित कैद नजर आए। यही नहीं पुलिस की वर्दी में आए बाइकसवार भी फुटेज में देखे गए हैं। एसएसआइ रणजीत सिंह के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है।