बलरामपुर चिकित्सालय मरीजों को इलाज के लिए जहाँ काफी मशक्कत करनी पड़ती है। वहीँ परिजनों को स्ट्रेचर और व्हील चेयर के अभाव में कई बार मरीजों को गोद में ही लेकर डॉक्टर तक पहुँचाना पड़ता है। वहीँ जानकारी के अभाव में वो कई बार सही विभाग तक भी नहीं पहुँच पाते हैं। मरीजों और परिजनों की इन्हीं समस्याओं को देखते हुए बलरामपुर अस्पताल में धनवन्तरि सेवा केन्द्र का शुभारम्भ किया गया है।
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मरीजों की सेवा है मुख्य उद्देश्य
- बलरामपुर अस्पताल में रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं।
- जिसमें से कुछ मरीज अशिक्षित भी होते हैं ऐसे में वो सही विभाग या ओपीडी तक नहीं पहुंच पाते हैं।
- मरीजों और परिजनों की इन समस्याओं को कम करने के लिए धनवन्तरि सेवा केन्द्र उनकी मदद करेगा।
- डॉ. राजीव लोचन और केजीएमयू के डॉ. सूर्यकान्त ने फीता काटकर धनवन्तरि सेवा केन्द्र का शुभारम्भ किया।
- धनवन्तरि सेवा केन्द्र की ओर से अस्पताल को 10 स्ट्रेचर व 06 व्हील चेयर भी प्रदान की गयी।
- केजीएमयू के डॉ. सूर्यकान्त ने कहा कि समाज के सहयोग के बगैर कोई व्यवस्था नहीं चल सकती।
- हम लोगों को भी सामाजिक कार्यों में सहयोग करना चाहिए।
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- उन्होंने कहा कि आत्म संतुष्टि के लिए भी सामाजिक कार्य जरूरी है।
- इस प्रकार के कार्यों से हमारा इहलोक और परलोक दोनों सुधरता है।
- बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन ने कहा कि धनवंतरि चिकित्सक और वैज्ञानिक थे।
- आज से ढाई हजार वर्ष पूर्व जिस विधि से हमारे ऋषि मुनियों ने सर्जरी करना सिखाया था।
- आज भी उसी विधि से सर्जरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि धनवंतरि सेवा केन्द्र का यह सराहनीय प्रयास है।
- अस्पताल के सीएमएस डॉ. ऋषि सक्सेना ने कहा कि अस्तपाल की तरफ से हर संभव सहायता इस केन्द्र को उपलब्ध करायी जायेगी।
- धनवंतरि सेवा केन्द्र के अवधेश नारायण ने कहा कि यह चिकित्सकों द्वारा संचालित संस्था है।
- हमारा उद्देश्य मरीजों को सहायता उपलब्ध कराना है।
- कार्यक्रम में सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.आशुतोष दुबे भी मौजूद रहे।
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