उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य चिकित्सा व्यवस्था को बेहतर और जनसामान्य के लिए सुगम बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 108 एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की थी। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कोई भी व्यक्ति 108 या 102 नम्बर पर कॉल करके निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा प्राप्त कर सकता है, लेकिन बस्ती 108 एंबुलेंस की जो तस्वीर आई है उसे देख आप हैरान हो जाएंगे।
सवारी ढ़ो रही है एंबुलेंस
एंबुलेंस का ड्राइवर मरीजों को आपात सेवा देने की बजाय सवारी ढो अपनी जेब गर्म करने में जुटे हुए हैं। बस्ती जिले में तैनात 108 सेवा की एंबुलेंस सवारी ढोती हुई मिली। बस्ती में चल रही UP41 G 3067 नंबर की एंबुलेंस पर तैनात ड्राइवर आराम से सवारी ढो रहा है।
देखें वीडियो:
#बस्तीः स्वास्थ्य सेवाओं का कर्मचारी कर रहे हैं दुरुपयोग, बस्ती रोडवेज से 108 और 102 एंबुलेंस से ढोईं जा रहीं सवारी! @sidharthnsingh pic.twitter.com/de4TiVzHiA
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) May 4, 2017
क्या है 108 एम्बुलेंस सेवा
उत्तर प्रदेश में 108 समाजवादी एंबुलेंस सेवा की शुरुआत मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 14 सितंबर 2012 को की थी। 108 तीन अंकों का निःशुल्क नंबर है। इसका उपयोग चिकित्सा, पुलिस और आग से संबंधित आपात कालीन स्थितियों में किया जाता है। 108 सेवा एक निःशुल्क सेवा है जो 24 घंटे और 365 दिन जनहित के लिए उपलब्ध है। 108 नंबर पर किसी भी मोबाइल फोन या लैंडलाइन से डायल किया जा सकता है। 108 सेवा समाज के हर वर्ग के लिए है, इसमें एपीएल और बीपीएल का कोई बंधन नहीं है।
कब डायल करें 108 नंबर
दिल का दौरा यानी हार्ट अटैक पड़ने पर, तेज पेट दर्द, सांस में तकलीफ होने पर, किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर, जानवरों के काटने, अचानक बेहोश होने पर, जब कोई अपराध हो रहा हो या आग लग गई हो, उस समय फायर बिग्रेड और एम्बुलेंस की जरूरत हो, किसी अन्य प्रकार की इमरजेंसी की स्थिति में।