छात्रों के बेहतर भविष्य के लिये अभिभावक अपने बच्चों को अच्छे विद्यालय और बेहतर छात्रावास की भारी भरकम फीस चुकाते हैं, लेकिन जब हास्टल में बच्चो को छोटी-छोटी गलतियों के लिये जानवरों की तरह पीटा जाए तो पैरेन्ट्स के लिया चिन्ता होना लाजमी है। मामला फतेहपुर के नामचीन आवासीय विद्यालय महर्षि विद्या मंदिर इण्टर कालेज का है।
यहां सदर कोतवाली क्षेत्र के महर्षि विद्या मंदिर इण्टर कालेज के दसवीं का छात्र आर्यन हास्टल में रहता है। पन्द्रह दिन पहले आर्यन को हास्टल वार्डेन ने मेस में भोजन के बाद निर्धारित एक पीस मिठाई की जगह दो ले लेने पर जमकर पिटाई की थी। जिसकी शिकायत पर पहुंचे परिजनों के सामने प्रधानाचार्य ने वार्डन को बुलाकर डांट दिया था और भविष्य में शिकायत का मौका न देने के वादे के साथ वार्डन ने छात्र आर्यन के पिता से माफी भी मांगी थी।
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लेकिन वार्डन लगातार छात्र को प्रताड़ित करता रहा और दूसरे दिन फिर स्कूल के ही अन्य छात्रों से पिटवाया। सूचना पर पहुंचे पिता को छात्र से मुलाकात को रोका गया तो पिता कमल तोमर ने डायल 100 को सूचना देकर पुलिस बुला ली। पुलिस ने हस्तक्षेप करके पिता से छात्र को मिलवाया। मीडिया के सामने अपनी पिटाई और प्रताड़ना बताते हुए दहशतजदा छात्र आर्यन ने बताया कि मेस में लंच के बाद मिलने वाली मिठाई का एक टुकड़ा ज्यादा ले लेने पर वार्डन ने पिटाई की थी और लगातार अन्य बच्चों से भी पिटवा रहे थे। हास्टल के दूसरे छात्र ने भी बताया कि आर्यन बहुत सीधा और अच्छा लड़का है उसकी पिटाई एक पीस मिठाई अधिक उठा लेने के कारण की गयी थी।
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छात्र ने बताया कि सोते समय भी पिटाई का डर बना रहता है। छात्र के पिता कमल ओमर ने बताया कि 15 दिन पहले बेटे की पिटाई सिर्फ एक पीस मिठाई ज्यादा ले लेने के कारण वार्डन उदित राज द्वारा की गयी थी और शिकायत पर वार्डन ने प्रधानाचार्य के सामने माफी भी मांगी थी। तब से लगातार बच्चे को प्रताड़ित किया जा रहा था।
आज वार्डन द्वारा बच्चों से पिटवाया गया। बच्चे से मिलने नहीं दे रहे थे इस लिये पुलिस को बुलाना पड़ा तब जाकर बच्चे से मुलाकात करायी। बेटा आर्यन दहशत में है। ऐसी हालत में हास्टल में बच्चे की सुरक्षा को लेकर भारी चिन्ता है और स्कूल और हास्टल प्रशासन का बच्चों पर व्यवहार बेहद आपत्ति जनक है।
मामले की सूचना पर पुलिस और मीडिया के पहुंचने पर विद्यालय स्टाफ छात्र के परिजनों से बिगड़ते नजर आये और आखिर तक प्रधानाचार्य और आरोपी वार्डन सामने नहीं आये। विद्यालय स्टाफ द्वारा बताया गया कि वह छुट्टी पर हैं। कुल मिलाकर आवासीय सुविधा वाले विद्यालयों में भारी भरकम फीस लेने के बावजूद बच्चों के साथ प्रताड़नाजनक व्यवहार को लेकर देश में चल रही बहस के बावजूद यह सिलसिला टूटता नहीं नजर आ रहा है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।