कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स की हत्या के मामले में 11 आरोपी गिरफ्तार, झलका बेटे का दर्द
यूपी के गाजीपुर (Ghazipur) में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) के बाद उग्र भीड़ के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस टीम पर पथराव (PM Narendra Modi Ghazipur Rally) में एक सिपाही की मौत हो गई, जबकि दो पुलिसकर्मी ज़ख़्मी हुए हैं. कार्यवाही में पुलिस ने कॉन्स्टेबल की मौत के मामले (Ghazipur Violence) में 32 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है. वहीं पुलिस कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स की हत्या मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है,
कांग्रेस ने भी सुरक्षा व्यवस्था पर उठाये सवाल !
हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृत सिपाही के परिजनों को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता, एक परिजन को नौकरी तथा असाधारण पेंशन दिये जाने के निर्देश दिये हैं. वहीं, कांग्रेस ने गाजीपुर में भीड़ के पथराव के दौरान पुलिस के एक कॉन्स्टेबल की मौत को लेकर शनिवार को प्रदेश सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि योगी आदित्यनाथ के ‘जंगल राज’ में न लोग सुरक्षित हैं और न ही पुलिस.
जाने क्या था मामला
अगर मामले की थ पर तहकीकात पर नजर दौड़ाई जाये तो कुछ तथ्य सामने आते है जिसमे दरअसल, सुरेश वत्स स्थानीय नोनहारा पुलिस स्टेशन पर तैनात थे. शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी की रैली स्थल पर उनकी ड्यूटी लगी थी. सुरेश और उनकी टीम जब वापस लौट रही थी. तभी उनके पास वायरलेस से संदेश आया कि निषाद समुदाय के लोगों का प्रदर्शन हो रहा है, उन्हें समझा-बुझा कर मामला ख़त्म कराया जाए. दरअसल निषाद समुदाय के लोग प्रदानमंत्री के दौरे के मद्देनज़र अलग आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, जिसमें उनके कुछ नेताओं की भी हुई थी गिरफ़्तारी . गिरफ़्तारियों के ख़िलाफ़ ही समुदाय के सड़कों पर थे पुनः लोग. जब पुलिस टीम ने इन्हें रास्ते से की हटाने की कोशिश, तो भीड़ नेशुरू कर दिया पत्थर फेंकना , जिसमें कांस्टेबल सुरेश वत्स की हो गई मौत.
मृतक कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स के बेटे वीपी सिंह ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर ही उठाये सवाल
मृतक कॉन्स्टेबल सुरेश वत्स के बेटे वीपी सिंह ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर ही सवाल उठा दिए. बताया जा रहा है कि पुलिस कॉन्स्टेबल की मौत निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा कथिततौर पर पत्थरबाजी से हुई है. गाजीपुर में पथराव में अपनी जान गंवाने वाले सुरेश वत्स के बेटे वीपी सिंह ने कहा कि ‘पुलिस खुद की सुरक्षा करने में सक्षम नहीं है. हम उनसे क्या अपेक्षा कर सकते हैं? अब मुआवजा लेकर हम क्या करेंगे? इससे पहले भी बुलंदशह और प्रतापगढ़ में ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.’ बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृत सिपाही के परिजनों को 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता, एक परिजन को नौकरी तथा असाधारण पेंशन दिये जाने के निर्देश दिये हैं.
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