उत्तर प्रदेश की योगी सरकार एक तरफ जहाँ महिलाओं की सुरक्षा की बात करती है. वही दूसरी तरफ आलम ये हैं कि दुष्कर्म पीड़िता को न्याय की गुहार लगाने के लिए आत्मदाह तक का प्रयास करना पड़ता है. ऐसे में प्रदेश की कानून व्यवस्था की पोल भी तब खुल कर सामने आती है. जब FIR दर्ज होने के बाद भी रेप का आरोपी पुलिस की नाक के नीचे ही प्रेस कांफ्रेंस करता रहा. लेकिन पुलिस उसे गिरफ्तार करने के बजाये उसे बचाने के प्रयास में लगी रही.
ये है पूरा मामला-
https://youtu.be/_N0re_eST3k
- मामला उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के दोहरीघाट थाना क्षेत्र का है.
- जहाँ सोमवार 4 सतम्बर को एक 16 साल की किशोरी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था.
- इस मामले में पीड़िता द्वारा 6 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराइ गई थी.
- जिसमें आरोपियों विशाल यादव पुत्र जोगिन्दर यादव , सुरेश , कमलेश , राजकुमार , राम दरस , रामानन्द और धर्मेन्द्र के नाम शामिल हैं.
- लेकिन FIR दर्ज होने के बाद भी मऊ की दोहरीघाट पुलिस रेप के आरोपी को नहीं पकड़ पाई.
- इस बीच पुलिस की नाक के नीचे रेप का एक आरोपी राम दरश विद्यार्थी प्रेस कांफ्रेंस करता रहा.
- लेकिन दोहरीघाट थाना पुलिस आरोपी को पकड़ने के बजाय उसे बचाने के प्रयास में लगी रही.
- इधर न्याय न मिलने से आहात दुष्कर्म पीड़िता ने शनिवार 16 सितम्बर को राजधानी लखनऊ में आत्मदाह का भी प्रयास किया था.
- जिसके मौके पर मौजूद पुलिस ने रोक लिया था.
पीड़िता ने विधानसभा के सामने किया था आत्मदाह का प्रयास-
https://youtu.be/WGS61Fph0pI
- मऊ जिले के थाना दोहरीघाट इलाके की रहने वाली किशोरी ने शनिवार सुबह करीब 11 बजे विधानसभा के गेट नंबर 3 के सामने अचानक खुद पर मिटटी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया.
- गनीमत रही कि ड्यूटी पर तैनात महिला पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी के चलते कड़ी मशक्कत के बाद न सिर्फ किशोरी को आत्मदाह करने से रोका गया, बल्कि एक बड़ी घटना होने से भी बच गई.
- बताया जा रहा है कि किशोरी (rape victim girl) दुष्कर्म पीड़िता है
- उसका आरोप है कि दबंगो ने बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया.
- आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की जगह पुलिस उसको ही प्रताड़ित कर रही है.
नहीं बदल रही खाकी की सूरत
- प्रदेश सरकार और पुलिस महकमा लाख प्रयास कर ले, लेकिन खाकी की सूरत शायद ही बदल पाए.
- योगी सरकार में भी पीड़ितों को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है.
- यह तब है जब दुष्कर्म जैसे संगीन अपराध पर भी पुलिस आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनको गिरफ्तार करने की जगह पीड़िता को ही धमका रही है.
- यही वजह भी रही कि जब गृह जनपद में पुलिस ने पीड़िता की नहीं सुनी तो भाई के संग लखनऊ आई.
- किशोरी ने विधानभवन के गेट नंबर तीन के सामने खुद पर मिटटी का तेल डाल लिया.
- किशोरी खुद को आग लगा पाती इससे पहले महिला पुलिसकर्मियों शिवकुमारी और सुष्मिता यादव की नज़र उस पर पड़ी तो वह दौड़ पड़ीं और दोनों ने कड़ी मशक्क्त के बाद किशोरी को काबू में करने के बाद आत्मदाह करने से रोक लिया.
अगवा कर बंधक बनाने का आरोप
- पीड़िता का आरोप है कि पिछली 4 सितम्बर 2017 को लक्जरी गाड़ी सवार दबंगो ने अगवा कर उसको एक दो दिन तक एक कमरे में बंधक बनाये रहा.
- इसी दौरान आरोपियों में एक ने उसके साथ दुष्कर्म भी किया और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी दी.
- पीड़िता ने स्थानीय पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा न दर्ज करने के साथ ही प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है.
- पीड़िता और उसके भाई ने बताया कि जब उसे न्याय नहीं मिल रहा तो जीने का मतलब ही क्या.
- यही वजह बताकर किशोरी ने विधानभवन के सामने मिटटी का तेल डालकर आत्मदाह का प्रयास किया.
- मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता ने बताया कि किशोरी दुष्कर्म का शिकार हुई है.
- जिसके चलते ही उसने लखनऊ में विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया.
- सजंय गुप्ता का कहना है कि (rape victim girl) मऊ पुलिस से सम्पर्क कर पीड़िता को न्याय दिलाया जायेगा.