नवाबों का शहर कही जाने वाली उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लड़कियां कितनी सुरक्षित हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिस आशियाना थाना थाना क्षेत्र में 11 साल पहले 02 मार्च 2005 को चलती कार में किशोरी के साथ हुए गैंगरेप कांड हुआ था। इसी इलाके में पिछली 22 दिसंबर की रात एक 7 साल की किशोरी दरिंदगी की शिकार हो गई थी। पुलिस ने दरिंदे को तो सलाखों के पीछे पहुंचा दिया लेकिन एक बेटी पुलिस की लापरवाही के चलते हत्या की भेंट चढ़ गई। 16 वर्षीय किशोरी पिछली 20 दिसंबर से गायब थी। पुलिस ने रिपोर्ट तो लिख ली लेकिन परिवार वालों से खुद ढूंढने की बात कहती रही। आखिर किशोरी का शव शुक्रवार को नगराम इलाके में नदी में मिला था इसकी शनिवार को शिनाख्त हो गई। परिजनों का आरोप है कि अगर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो बेटी जिंदा होती।
महिला एसएसपी होने के बाद भी सुरक्षित नहीं महिलाएं?
- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ग्रामीण इलाके तो दूर शहरी इलाके में भी लड़कियां सुरक्षित नहीं हैं।
- एक महिला एसएसपी होने के बाद भी मंजिल सैनी अपराध नियंत्रण में फेल हो रही हैं।
- ताजा मामला आशियाना थाना क्षेत्र का है यहां 589 ग/69 बंगला बाजार में रहने वाले राम सुमिरन की 16 वर्षीय बेटी स्वाती रावत 20 दिसंबर से गायब थी।
- पीड़ित पिता के मुताबिक, उनकी बेटी जीवन ज्योति एकेडमी में 11वीं की छात्रा थी, वह स्कूल गई थी।
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- स्कूल की छूट्टी हो जाने के बाद भी जब काफी देर तक वह घर नहीं लौटी तब स्कूल जाकर पता किया तो मालूम पड़ा की स्कूल की छूट्टी होने के बाद सभी बच्चें अपने घर चले गये हैं।
- जिसके बाद वह वापस घर लौट आये।
- काफी देर तक इंतजार के बाद भी बेटी घर नहीं आयी तो उसके दोस्तों में पता किया पर कोई पता नहीं चल सका।
- रात भर वह उसकी तलाश करते रहे पर कोई पता नहीं चला।
तीन लड़की व एक लड़के के साथ गयी थी छात्रा
- छात्रा के पिता ने बताया कि उन्होनें स्कूल के आसपास के सीसीटीवी समेत कई जगह के कैमरों की रिकार्डिग की जांच की थी।
- जिसमें उनकी पुत्री तीन लड़कियों व एक लड़के के साथ जाती दिख रही है।
- इसकी सूचना पुलिस को दी गयी थी।
- इसके बावजूद पुलिस ने उन लड़के व लड़कियों को मिलीभगत कर पूछताछ के बाद छोड़ दिया था।
- पुलिस उनसे खुद ढूंढने की बात कहती रही।
- उन्होंने पहले ही बेटी के साथ कोई अनहोनी की आशंका जताई थी।
- परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने इस गंभीर मामले में लापरवाही की अगर मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाई होती तो बेटी जिंदा होती।
- वहीं इस संबंध में थाना प्रभारी आशियाना अवधेश कुमार पांडेय ने बताया कि छात्रा का शव नगराम में मिला था उसकी पहचान स्वाती रावत के रूप में हुई है। शव को पीएम के लिए भेज दिया गया है।