शिक्षकों की सुध भले ही योगी सरकार और उनके अधिकारी ना ले रहे हो, लेकिन भाजपा के ही दो विधायक उनका साथ देने के लिए और उनके मांगे पूरी करवाने के लिए धरने पर बैठ गये.
18 दिनों से धरने पर शिक्षक:
उत्तर प्रदेश के शिक्षक जहाँ एक ओर अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे है. वहीं सरकार उनकी सुध ही नहीं ले रहा. लेकिन भाजपा के ही दो विधायकों ने शिक्षकों की मांगों को लेकर उनका समर्थन किया हैं और उनके साथ धरने पर बैठ गये हैं.
मामला मुजफ्फरनगर का है. जहाँ शिक्षक सरकार के समक्ष अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे हैं. यहाँ बीएसए कार्यलय में काफी संख्या में शिक्षक मौजूद हैं.
अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे इन शिक्षकों को प्रदर्शन करते हुए 18 दिन हो चुके हैं. लेकिन ना तो सरकार इनकी मांगों पर कोई ध्यान दे रही हैं और ना ही कोई मंत्री या प्रशासनिक अधिकारी इनके हाल खबर पूछ रहा है.
अंत में इन शिक्षकों की मनोस्थिति और जरूरत को समझने वाले सामने आ ही गये. इन शिक्षकों का साथ देने और उनकी मांगों पूरा करवाने के लिए उनके साथ धरने पर भी बैठ गये.
विधायकों के धरने पर नगर मजिस्ट्रेट ने लिया संज्ञान:
शिक्षकों का साथ देने वाले कोई और नहीं खुद भाजपा के 2 विधायक हैं. सरकार भले ही इन शिक्षकों को कोई जवाब न दे पा रही हों लेकिन भाजपा के ये दोनों विधायक सरकार के सामने इन शिक्षकों की मांगों को लेकर प्रदर्शन के लिए उतर गये हैं.
सरकार भले ही कुछ ना कर पा रही हो लेकिन भाजपा के ये दोनों विधायक प्रदर्शनकारी शिक्षकों के जख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास कर रहे हैं.
बहरहाल शिक्षकों का साथ देने और उनकी मांगों को पूरा करवाने के लिए जब भाजपा विधायकों के धरने पर बैठने की खबर योगी सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंची तो महकमे में हड़कम्प मच गया. इसके बाद प्रशासन तुरन्त एक्टिव हो गया.
दोनो विधायको के हस्तक्षेप के बाद आनन फानन में नगर मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंच गये और शिक्षकों की मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया. इसी के साथ नगर मजिस्ट्रेट ने धरने पर बैठे विधायकों और शिक्षकों का प्रदर्शन खत्म करवाया.