एक तरफ जहां लोग संतान सुख के लिए पूरे देश में मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और गिरजाघरों में मन्नतें मांगते फिरते हैं वहीं, दूसरी तरफ कुछ पत्थर दिल माताएं ममता को शर्मसार करते हुए नवजात बेटियों को आवारा पशुओं नोचने के लिए फेंक जा रही हैं। आखिर इन मासूमों का जुर्म क्या है जो इन्हें दुनिया देखने से पहले ही दे दिया जाता है। भले ही भ्रूण हत्या और ऐसे कृत्यों के लिए प्रदेश सरकार और कई सामाजिक संगठन काम कर रहे हों लेकिन इस पर रोक लगाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। कुकुरमुत्ते की तरह फैले नर्सिंगहोम और अवैध अस्पतालों में यह घिनौना काम चल रहा है लेकिन जिम्मेदार आंखे बंद करके बैठे हैं।
पांच दिन में मिला तीसरा शव
- अगले जन्म मोहें बिटिया ना कीजो। जी हां ये आवाज जरूर उस बिटिया के दिल से निकली होगी।
- जिसे जन्म लेते ही परिजनों द्वारा मारकर फेंक दिया गया।
- इन मासूमों का शव बुधवार को बहराइच के दरगाह इलाके में रेलवे ट्रैक पर सुनसान जगह मिलने से हड़कंप मच गया।
- आसपास के लोगों की माने तो इस जगह पर पांच दिन पूर्व भी एक नवजात शव का बरामद हुआ था।
- लगातार एक ही इलाके में 2 नवजात बच्चियों का शव मिलना इलाकाई पुलिस के लिए सिरदर्द बन गया है।
‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ अभियान तोड़ रहा दम
- एक तरह से ये भी कह सकते हैं कि सरकार की ‘बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ’ अभियान भी बहराइच में दम तोड़ता नजर आ रहा है।
- सही कहा जाये तो बहराइच की पुलिस के नाम पर एक बड़े मामले को दफन करने में जुटी हुई है।
- आसपास के लोग भी लगातार ऐसा वाकया देखकर सहमे हुए हैं पुलिस की ढुलमुल कार्यवाही से आक्रोशित हैं।
- इस मामले पर स्थानीय पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
- बहराइच में अवैध नर्सिगहोम बड़े पैमाने पर पैसा लेकर इस तरह का घिनौना कार्य कर रहे हैं।
- लेकिन प्रशासन की व्यवस्था इस कदर है कि किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती और सायद यही वजह है कि बेटे की चाह में बेटियों का गला घोंट कर मारा जा रहा है।
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