प्रधानमंत्री का बेटी बचाओं का नारा अब सिर्फ बयानबाजी साबित हो रहा है.बीते साल दो बहनों ने शोहदों से परेशान होकर पीएम को खून से पत्र लिखा.सपा के एमएलसी ने पीड़ीता के घर पहुंचकर न्याय दिलाने की बात की है.आरोपी का पिता आरएसएस के संगठन में काम करने वाले का बीटा है और गवर्नर के साथ फोटो दिखा देता है इसीलिए पुलिस कार्यवाई नहीं कर रही.
प्रधानमंत्री का बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा अब खोखली बयानबाज़ी साबित हो रहा है
प्रधानमंत्री का बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा अब खोखली बयानबाज़ी साबित हो रहा है, बीते एक वर्ष से शोहदों आतंक से परेशान रायबरेली जिले की दो बहनो के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने खून से पत्र लिखने के बाद अब उसमे राजनैतिक दलों ने अपनी अपनी राजनैतिक रोटियां सेकना शुरू कर दिया है. पीड़ित बहनो के कल खून से प्रधानमंत्री को लिखने की बात मिडिया के माध्यम से सामने आने के बाद आज सुबह ही सपा एमएलसी सुनील साजन अपने लाव लश्कर के साथ पीड़ित बहनो के घर पहुँच गए.और पीड़ित परिवार से मुलाकात करके हर संभव मदद करके न्याय दिलाने की बात कही.
आरोपी का पिता आरएसएस में काम करता है,पुलिस नही कर रही कोई कार्रवाई
मीडि़या के सवालो का जवाब देते हुए एमएलसी ने कहा की प्रधानमंत्री का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा यही है.आरोपी का पिता आरएसएस के संगठन में काम करने वाले का बीटा है और गवर्नर के साथ फोटो दिखा देता है इसीलिए पुलिस कार्यवाई नहीं कर रही.एमएलसी ने बीजेपी सरकार को गूंगी बहरी सरकार बताते हुए कहा की अगर दोनों आरोपियों को 24 घंटे में गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो सपा संवैधानिक तरीके से आवाज़ उठाएगी और सड़को पर उतरेगी. प्रधानमंत्री तो विदेश घूम रहे हैं उनके लिए कोई खून से पत्र लिखे या आत्मदाह करे कोई फर्क नहीं पड़ता.
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