उत्तर प्रदेश सरकार ने सरयू तट पर भगवान श्रीराम की 221 मीटर ऊंची मूर्ति की स्थापना का निर्णय लिया है। कांसे की मूर्ति 151 मीटर ऊंची होगी, जो 50 मीटर के मंच पर लेगेगी और उस पर 20 मीटर का छत्र भी होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मध्य प्रदेश की चुनावी सभाओं से वापस आने के बाद शनिवार को इस प्रस्ताव पर सहमति दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में ही इस प्रस्ताव की घोषणा की थी, लेकिन यह पहली बार है जब राज्य सरकार ने इसका विवरण साझा किया है। मूर्ति के 50 मीटर ऊंचे चबूतरे के भीतर ही भव्य व अत्याधुनिक म्यूजियम बनाए जाने की योजना है। जिसमें सप्तपुरियों में अयोध्या का इतिहास, इक्ष्वाकु वंश के इतिहास में राजा मनु से लेकर वर्तमान श्रीराम जन्मभूमि तक का इतिहास होगा।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]ऐसी होगी भव्य राम मूर्ति, आसपास बनेंगे कई राष्ट्रों के पर्यटन भवन[/penci_blockquote]
कांस्य की राममूर्ति 151 मीटर ऊंची होगी। मूर्ति के ऊपर 20 मीटर ऊंचा छत्र होगा। नीचे 50 मीटर के चबूतरे पर होगा निर्माण। मूर्ति की कुल ऊंचाई 221 मीटर संभावित है। 250 एकड़ भूमि पर होगा इस योजना का विकास। मूर्ति के चबूतरे के भीतर होगा म्यूजियम। भगवान राम की मूर्ति के आसपास सुंदरीकरण के अलावा कई राष्ट्रों के पर्यटन भवन बनवाने व अन्य निर्माण कार्य कराने की भी योजना है। बैठक में मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, अपर मुख्य सचिव पर्यटन अवनीश अवस्थी, समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इस संबंध में इससे पूर्व भी कई बैठकें हो चुकी हैं, जिनमें कई मूर्तियां देखी जा चुकी हैं।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]दुनिया की ये सबसे ऊंची प्रतिमाएं[/penci_blockquote]
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (गुजरात)[/penci_blockquote]
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के सहयोगी और गृह मंत्री रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी उद्घाटन किया। इसे बनाने में 2,989 करोड़ रुपये का खर्च आया। 2013 में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 138वीं जयंती के मौके पर उनकी 182 मीटर ऊंची मूर्ति बनवाने का काम शुरू हुआ।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]स्प्रिंग टेम्पल बुद्धा (चीन)[/penci_blockquote]
चीन के लुसान में स्थित गौतम बुद्ध की मूर्ति दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है। यह मूर्ति 153 मीटर ऊंची है। बुद्ध की मूर्ति मध्य चीन के जियुहुआ की पहाड़ों पर स्थापित की गई है।बुद्ध एक कमल के फूल के आकार के चबूतरे पर खड़े हैं। साल 2002 में इस मूर्ति की स्थापना की गई थी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]लेक्यून सेक्टयार (म्यांमार)[/penci_blockquote]
म्यांमार में स्थापित गौतम बुद्ध की मूर्ति 116 मीटर ऊंची है। मूर्ति का निर्माण 13.5 मीटर ऊंचे चबूतरे पर किया गया है। चबूतरे को जो़ड़ दिया जाए तो इसकी ऊंचाई 130 मीटर हो जाती है। 2008 में मूर्ति की स्थापना के बाद से यह जगह म्यांमार में पर्यटकों का मुख्य आकर्षण का केंद्र है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]उशिकु दायबुत्सु (जापान)[/penci_blockquote]
जापान के उशिकु शहर में स्थापित भगवान बुद्ध की मूर्ति 110 मीटर ऊंची है। 1995 में बनी इस मूर्ति का वजन 4000 टन है। यह मूर्ति कितनी बड़ी है आप इस बात से ही कल्पना कर सकते हैं कि मूर्ति का चेहरा 20 मीटर लंबा है। जो कि स्टैचू ऑफ लिबर्टी का करीब आधा है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]नानशान हाइशांग गुनयिन (चीन)[/penci_blockquote]
चीन में गुनियन की मूर्ति दूसरी सबसे बड़ी मूर्ति है। यह हन्नान में स्थित है। यह मूर्ति दया की देवी को दिखाती है। इस मूर्ति को बनाने में 6 साल लगे थे और यह 108 मीटर ऊंची है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]सम्राट यान और हुआंग (चीन)[/penci_blockquote]
यान और हुआंग प्राचीन सम्राट थे जिन्हें चीनी राष्ट्र के पूर्वजों के रूप में भी माना जाता है। हेनान प्रांत के झेंगजु में स्थापित मूर्ति 106 मीटर ऊंची है। इस मूर्ति को बनाने में 20 साल लगे और यह साल 2007 में तैयार हुई।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]पीटर द ग्रेट (रूस)[/penci_blockquote]
पीटर द ग्रेट की मूर्ति मॉस्को में है। पीटर द ग्रेट 17वीं और 18वीं शताब्दी में रूस के शासक थे। मूर्ति की ऊंचाई 96 मीटर है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]स्टैचू ऑफ लिबर्टी (अमेरिका)[/penci_blockquote]
स्टैचू ऑफ लिबर्टी अमेरिका के शहर न्यूयॉर्क में स्थित है। हालांकि इसकी ऊंचाई महज 46 मीटर ही है लेकिन यह दुनिया की सबसे मशहूर मूर्तियों में शामिल है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]क्राइस्ट द रिडीमर (ब्राजील)[/penci_blockquote]
यहां जाने वालों को रियो दे जनेरो का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। यीशु की यह प्रतिमा 30 मीटर ऊंची है और 2007 में इसे दुनिया के सात नए अजूबों की सूची में शामिल किया गया था। इस सूची में चीन की दीवार, माचू पिचू और भारत का ताज महल भी शामिल हैं।
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