उत्तर प्रदेश के इतिहास का छह दिसंबर का दिन इतिहास के पन्नों पर दर्ज है। इस दिन बाबरी विध्वंस की बरसी है। यह दिन हर साल राजनीतिक पार्टियों के लिए सियासत का बड़ा दिन बन जाता है। सभी दलों की राजनीति इस दिन के इर्द गिर्द घूमती है। छह दिसंबर आते ही बीच में अयोध्या विवाद भी आ जाता है। हालाकि यह मामला हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीमकोर्ट तक पहुंच गया लेकिन इसके फैसले का लोगों को आज भी इंतजार है।
कई राजनीतिक पार्टियां सेंकती हैं सियासी रोटी
- बाबरी मस्जिद विध्वस की 6 दिसंबर को बरसी है।
- इस घटना को 24 साल गुजर गये लेकिन अभी तक मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है।
- हर चुनाव से पहले बीजेपी अयोध्या के मुद्दे को लेकर आ जाती है।
- समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव पिछले दिनों बार-बार कारसेवकों पर गोलियां चलवाने का जिक्र कर रहे थे।
- शायद वह यह बताने की कोशिश कर रहे थे कि मुसलमान सपा के साथ ही सुरक्षित हैं।
- वर्तमान समय में हिंदू वोटों के ध्रुवीकरण के लिये केंद्रीय मंत्रियो अचानक दौरा भी अयोध्या में बढ़ गया है।