आज के मौजूदा समय मे किसी की जान लेना तो बड़ा ही आसान है लेकिन किसी की जान बचाकर उसे नया जीवन देना बड़ी बात है। गाज़ीपुर जनपद में भी एक ऐसा नौजवान जिसकी उम्र भले ही 25 साल की हो लेकिन अबतक उसने अपनी उम्र से दोगुने लोगो की जान बचाई है। जिसके चलते नौजवान विजय इन दिनों लोगो के लिये नज़ीर बना हुआ है।
क्या है पूरा मामला:
जनपद गाजीपुर के मिट्ठन पारा गांव का रहने वाला विजय निषाद है। इसकी उम्र आज 25 साल की है लेकिन बचपन से ही विजय का एक ही जुनून की उसकी आँखों के सामने किसी की मौत ना हो। विजय जो पेशे से नदियों में मछली मारने का काम करता है और नदी किनारे रहने की वजह से यह तैराकी में पारंगत है ।विजय तैरांकी में सिर्फ पारंगत ही नही है बल्कि बेहतरीन गोताखोरों में शुमार है। इसकी आंखों के सामने यदि कोई भी डूबता हुआ दिखा तो अपने जान की परवाह किये बगैर उसकी जान वह जरूर बचाया है।
अबतक 45 लोगों की बचाई जान:
विजय अब तक लगभग 45 से ज्यादा डूबते लोगो की जान बचाई है। उसके इस साहसिक कार्य को देखते हुए उसे कई ग्राम प्रधानों और थानाध्यक्षो से प्रमाण पत्र भी पा चुका है। विजय की एक ही ख्वाहिश है कि इस बार आने वाली बाढ़ के लिए जिला प्रशासन गोताखोरों की टीम में शामिल करें और आने वाले 15 अगस्त को उसे जिला प्रशासन की तरफ से सम्मानित किया जाय।
आज इसके लिए विजय उन लोगो के साथ जिलाधिकारी से मिला जिनकी वह उसने जान बचाई है या उनके परिजनों को बचाया है। विजय में जो सबसे बड़ी खासियत है वह यह कि विजय गंगा में बाढ़ या सामान्य मौसम में नाव को लेकर जाता है और किसी की डूबने की जानकारी पर वह गंगा में कूद उसे बचाता भी है और नाव को पकड़ तैर कर खुद व नाव को गंगा किनारे तक लाता है।
जिलाधिकारी भी हुए प्रभावित:
वही जिलाधिकारी भी विजय के प्रमाण पत्र को देख प्रभावित हुए और इस बार की बाढ़ या कावरियों के लिए बनाए गए बचाव दल में शामिल करने की बात कही।