राजधानी लखनऊ में महिला सुरक्षा के एक नई कवायद शुरू होने जा रही है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए शहर में 9 जगह अब महिला पुलिस चौकी बनाई जाएंगी, जहां महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती होगी। इतना ही नहीं, शहर में इन जगहों के अलावा कुल 29 पिंक टॉयलेट भी बनाए जाएंगे। यानी यहां सिर्फ महिलाओं का ही प्रवेश होगा।
महिला सुरक्षा से जुड़े यह इंतजाम गोमतीनगर विस्तार, सीजी सिटी, जानकीपुरम विस्तार, कानपुर रोड सेक्टर आइ और सेक्टर पी, अंसल एपीआइ, ओमेक्स टाउनशिप और सेक्टर-सात गोमतीनगर विस्तार में होंगे। यहां 565 जगहों पर स्ट्रीट लाइटें भी लगेंगी। जिससे शाम के बाद महिलाओं से छेड़खानी और लूट जैसी घटनाओं को रोका जा सके। एलडीए के मुख्य अभियंता इंदु शेखर सिंह ने नगर आयुक्त को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि एलडीए की ये कॉलोनी पूरी तरह से विकसित है और नगर निगम को हस्तांतरित होनी है। लिहाजा नगर निगम और एलडीए की संयुक्त योजना के रूप में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाना है।
नगर निगम इन जगहों पर बनाएगा पिंक शौचालय
लोहिया पथ पर 1090 चौराहा, जनपथ मार्केट, हजरतगंज चौराहा, अमीनाबाद, कैसरबाग, राजाजीपुरम, चारबाग बस स्टेशन, आलमबाग चंदरनगर, नाका हिंडोला, टेढ़ी पुलिया आलमबाग, आशियाना चौराहा, आशियाना खजाना चौराहा, आशियाना चौराहा, सरोजनीनगर, तेलीबाग चौराहा, पीजीआइ, चौक चौराहा, मेडिकल कालेज (छत्ते वाला पुल), बड़ा इमामबाड़ा, बुद्धेश्वर मंदिर के पास, फन मॉल के पास, भूतनाथ मार्केट, पॉलीटेक्निक तिराहा, इंदिरानगर मीना मार्केट के पास, कपूरथला, मुंशी पुलिया चौराहा, इस्माइलगंज पुलिस चौकी के पास, महानगर चौराहा, चारबाग रेलवे स्टेशन रवींद्रालय के पास, महानगर गोल मार्केट, आम्रपाली मार्केट, लेखराज मार्केट, डंडइया बाजार, निशातगंज, गोमतीनगर पत्रकारपुरम चौराहा, गोमतीनगर मिठाई वाला चौराहा, एयरपोर्ट के पास, सदर बाजार, हनुमान सेतु मंदिर, पुरनिया चौराहा, ऐशबाग रेलवे स्टेशन, डालीगंज रेलवे स्टेशन के पास, चिनहट बाजार, बंगला बाजार, त्रिवेणीनगर चौराहा, इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा।
पिंक शौचालयों में ये होगा खास
➡पांच सीट वाले इस वातानुकूलित टॉयलेट में नहाने के साथ ही एक अलग कमरा होगा, जहां महिलाएं बच्चों को दूध भी पिला सकेंगी।
➡सेनेटरी नैपकिन का एटीएम होगा, जहां से पांच रुपये में सेनेटरी नैपकिन मिल सकेंगे।
➡यूज की गई सेनेटरी नैपकिन को निस्तारित करने के लिए छोटे साइज के इंसीनियेटर लगेंगे।
➡टॉयलेट का संचालन भी महिला कर्मचारी के हाथ में ही होगा।