उत्तर प्रदेश के कासगंज जिला में में शनिवार आधी रात एक श्रद्धालुओं से भरी बस पलट जाने से हड़कंप मच गया। चीखपुकार सुनकर दौड़े राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घंटो की मशक्कत के बाद बस में फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। इस दौरान तीन श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने सभी घायलों को एम्बुलेंस के जरिये निकट के अस्पताल में भर्ती कराया। यहां एक श्रद्धालु ने और दम तोड़ दिया। पुलिस ने सभी मृतकों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बस कब्जे में लेकर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
हादसे की जानकारी मिलते ही डीएम आरपी सिंह व प्रभारी पुलिस अधीक्षक पवित्र मोहन त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य कराया। एसपी ने बताया कि श्रद्धालुओं से भरी बस गंगा के कछला घाट से जलेसर से लौट रही थी। आधी रात करीब 1:30 बजे के बाद श्रद्धालुओं से भरी बस सोरों और कछला के बीच गोलाकुआं पर पलट गई। बस में सवार 4 यात्रियों की मौत हो गई जबकि, जबकि 20 श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। सभी को कासगंज जिला अस्पताल भेजा गया है।
चालक को झपकी आने से हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार, जलेसर के नजदीकी गांव सरसनी से करीब दो दर्जन श्रद्धालु शनिवार की शाम को गंगा स्नान करने के लिए सोरों और कछला गंगा घाट पर आए थे। यहां स्नान और धार्मिक अनुष्ठान कर श्रद्धालुओं से भरी बस आधी रात के बाद अपने गांव की ओर लौट रही थी। बस कछला से निकलकर दो किलोमीटर दूर पहुंची थी कि गोलाकुआं के पास बस के चालक को झपकी आ जाने से बस खाई में जा गिरी।
श्रद्धालुओं की चीख पुकार सुनकर आसपास से गुजर रहे वाहनों के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। इस पर जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर डीएम आरपी सिंह, प्रभारी एसपी पवित्र मोहन त्रिपाठी एंबुलेंसों के साथ दौड़ पड़े। यहां से घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। वहां से गंभीर रूप से घायल 8 श्रद्धालुओं को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा गया। मौत की खबर सुनते ही मृतकों के घरों में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस मृतकों के नाम और पता तलाशने का प्रयास कर रही थी।