प्रदेश की राजधानी से महज सौ किलो मीटर की दूरी पर स्थित जिला कानपुर में गुरु और शिष्य के रिश्तों को तार- तार कर देने वाला मामला सामने आय़ा है। दरअसल जिले में एक प्रसिद्द स्कूल में टीचर ने होमवर्क न करने पर तीसरी कक्षा के एक छात्र को उसके सहपाठियों से चालीस थप्पड़ लगवाये। इस घटना के बाद से बच्चा बीमार पड़ गया।

यह कोई पहला वाकया नहीं हैं। इससे पहले भी स्कूल के टीचर ने कुछ दिन पहले छात्र को भीषण ठण्ड में नंगा होने का दण्ड दिया था, और इतना ही नहीं, उसकी यूनीफार्म क्लास के दूसरे छात्रों से उतरवायी थी।

घटना के बाद से बच्चा है बीमार

घटना प्रदेश के कानपुर जिले के युनाइटेड पब्लिक स्कूल का है। जहां नन्हा युवराज स्कूल का नाम आते ही कम्बल में मुंह छिपाने लगता है। उसके दिमाग में टीचर का खौफ इस कदर भर गया है कि अब आगे पढ़ाने के लिये माता -पिता को उसका मनोवैज्ञानिक इलाज कराना पड़ेगा। स्कूल की प्रिंसिपल को लोकल टीवी चैनलों पर शिक्षा पर डिबेट में हिस्सा लेते अक्सर देखा जाता है। लेकिन खुद उनके स्कूल में जो कुछ हुआ, वो बेहद शर्मनाक है। मंहगी फीस अदा करके अपने बच्चे को स्कूल भेजने वाले अवस्थी परिवार ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि स्कूल में उनके बेटे युवराज के साथ शैतानी हरकतें हो सकती है।

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अपने दादी का लाडला है युवराज

परिजनों ने आरोप लगाया कि कल युवराज को स्कूल से लेने उसकी मां गयी थी। इस दौरान मां ने बेटे के गाल को सूजा पाया। इस दौरान बच्चा बेहद डरा सहमा था। घटना के बारे में कुछ बताया। लेकिन घर आकर उसने दादी को पूरी बात बतायी। दादी का लाडला युवराज ने बताया कि वर्कशीट चेक न कराने पर उसकी टीचर ने कक्षा में खड़ा किया और कक्षा के सभी चालीस बच्चों से उसे एक-एक थप्पड़ मारने को कहा। इन चालीस थप्पड़ों ने युवराज के गाल सुजा दिये।

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पहले भी बच्चे के साथ हो चुकी है घटना

युवराज ने अपनी मां को स्कूल में तुरन्त ये बात क्यों नहीं बतायी। इसके पीछे की वजह और भी खौफनाक है। कुछ दिन पहले जब हाड़कपा देने वाली सर्दी थी। टीचर ने उसकी यूनीफार्म उतारने की सजा दी थी। उसे क्लास में उसे नंगा करने का काम भी क्लास के दूसरे छात्रों से करवाया गया। इस बेहद अमानवीय दण्ड ने दस साल के युवराज को इतना खौफजदा कर दिया कि वो स्कूल की बातें घर में बताने से डरना लगा। उसे कहां गया था कि अगर उसने माता पिता को कुछ भी बताया तो उसके साथ और भी अधिक सख्ती से पेश आया जायगा।

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मीडिया के सामने मामला आने के बाद आरोपित शिक्षिका ने सफाई दी है कि युवराज एक बेहद अनुशासनहीन बच्चा था इसलिये उसे उसके साथियों से थप्पड़ लगवाने की सजा दी गयी थी। चेहरे  पर पछतावे का कोई  भाव लिए बिना टीचर ने कहा  कि अभिभावक बेवजह मामले को तूल दे रहे हैं क्योंकि बच्चे को चालीस नहीं केवल दो छात्रों ने हल्के थप्पड़ लगाये थे।

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मानसिक तनाव झेल रहे है स्कूल के बच्चे

वहीं, दूसरे स्कूलों की तरह यूनाईटेड पब्लिक स्कूल के तमाम अभिभावक दबी जुबान से एक ही बात कह रहे हैं कि स्कूल टीचरों से ट्यूशन न पढ़वाने के कारण अक्सर उनके बच्चों को शारीरिक दण्ड या मानसिक उत्पीड़न झेलने पड़ते हैं।

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