झाँसी में लह्चुरा क्षेत्र के इमलौटा गाँव में एक 5 साल का बच्चा 40 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। यह घटना गुरुवार की है जब खेलते वक़्त बच्चा बोरवेल में गिर गया। हादसे के 24 घंटों बाद भी उसको निकाला नही जा सका है। लोगों के अनुसार बच्चा कुछ देर रो रहा था, पर उसके बाद से कोई आवाज़ नही आई किसी भी प्रकार की।
22 घंटे से जारी है बचाव कार्य:
झांसी से करीब 100 किलोमीटर दूर लहचूरा थाना क्षेत्र में इमलौटा गांव है। गांव के प्रीतम का 5 साल का बेटा निखिल गुरुवार को खेत में खेल रहा था। इसी दौरान वह खेत में ही बने 40 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया। गांव वालों की सूचना पर जिला प्रशासन और पुलिस हरकत में आई। एसपी देहात दिनेश सिंह मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया की बोरवेल के एक सिरे पर पहुंचकर एक बड़े पाइप के जरिये बच्चे को निकाला जायेगा। बच्चे के पास पहुँचने के लिए 4 जेसीबी व एक पोकलैंड मशीन लगायी हुई है। बोरवेल में पानी जमा होने के कारण बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन पिछले 22 घंटे से जारी है। ऑक्सीजन किट के साथ डॉक्टर्स की एक टीम व एसडीएम और सीओ भी मौजूद हैं। निखिल के पिता प्रीतम ने बताया की ‘घटना के वक़्त वह अपनी बहन के साथ खेल रहा था, बोरवेल में गिरने के बाद करीब एक घंटे तक उसकी रोने की आवाज़ आ रह थी।
आर्मी से भी मदद मांगी गयी:
मौके पर पहुंचे डीएम अजय कुमार शुक्ला ने बताया की, “बच्चे को बचाने के लिए सारी कोशिशें की जा रही हैं। आर्मी से भी मदद मांगी गयी है, हालाँकि वो अभी पहुंची नही है।” एसपी देहात दिनेश सिंह ने बताया की, “रेस्क्यू ऑपरेशन आसान नही है, बोरवेल में पानी जमा है जिस वजह से खुदाई में दिक्कत आ रही है।” उन्होंने ये भी बताया की पहले भी ऐसे मामले हो चुके हैं, 2010 में लह्चुरा के ही एक गाँव में 3 साल का लड़का बोरवेल में गिर गया था। बच्चे को बचाने की पूरी कोशिश की गयी थी, दो दिन तक चले ऑपरेशन में बच्चे को बचाया नही जा सका था।
मासूम को निकला गया:
झाँसी में बोरवेल में गिरे 5 साल के निखिल को निकाल लिया गया है। करीब 27 घंटे चले बचाव कार्य के बाद आख़िरकार निखिल को बाहर निकालने में सफलता हांसिल हुई। इतनी देर तक गहरे बोरवेल में होने के कारण निखिल को चिकित्सा परीक्षण के लिए अस्पताल ले जाया गया है।