उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने शपथ समारोह के बाद सोमवार 20 मार्च से अपना कार्यभार संभाला था। पद संभालते ही मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने उन सभी अधिकारियों की फाइल को मंगाया था। जिन्हें पूर्व समाजवादी सरकार में एक्सटेंशन दिया गया था। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी के पास 76 अधिकारियों के नाम पहुंचे थे।
58 अधिकारियों पर चला ‘योगी सरकार’ का डंडा:
- यूपी के मुख्यमंत्री चुने जाते ही आदित्यनाथ योगी ने सबसे पहले उन अधिकारियों की फाइल को मंगाया जिन्हें पूर्व सरकार ने एक्सटेंशन दिया था।
- जिसमें करीब 76 अधिकारियों के नाम सामने आये थे, जिन्होंने जुगाड़ से सरकार में अपना एक्सटेंशन मिला था।
- जिसके बाद रविवार 26 मार्च को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने 76 में से 58 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया है।
- इन सभी अधिकारियों को रिटायरमेंट के बावजूद सेवा विस्तार दिया गया था।
इन अधिकारियों को किया गया बर्खास्त:
- उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित योगी सरकार ने सेवा विस्तार पाने वाले 76 अधिकारियों में से 58 को बर्खास्त कर दिया है।
- बर्खास्त हर अधिकारियों के नाम निम्न हैं।
- एसपी सिंह, सचिव नगर विकास,
- एसएन श्रीवास्तव, विशेष कार्याधिकारी, सीएम
- एसके रघुवंशी, सचिव नागरिक उड्डयन,
- मुकेश मित्तल, सचिव, वित्त
- अजय अग्रवाल, सचिव वित्त वेतन आयोग,
- हरिशंकर त्रिपाठी, विधायी विभाग,
- लहरी यादव, विशेष सचिव, वित्त
- कृष्ण गोपाल, विशेष सचिव, गोपन,
- मणि प्रसाद मिश्र, सचिव, गृह
- उमाशंकर सिंह, OSD, नगर विकास,
- श्रीचन्द्र द्विवेदी, OSD, वाणिज्य कर विभाग
- डॉ० वीएन त्रिपाठी, महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा को बर्खास्त किया गया है।