अभी आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाना शुरू ही हुए है कि अभी 6 महीने पहले ही शुरू हुए एक और पुल में आये गड्ढों ने निर्माण कार्यों में हो रही बड़ी धांधली की पोल खोल कर रख दी. मामला शाहजहाँपुर का है जहाँ बारिश के पानी के साथ भ्रष्टाचार और धांधली ने एक और सड़क का बंटाधार कर के रख दिया.
मंत्री सुरेश खन्ना ने 6 महीने पहले किया था पुल का उद्घाटन:
प्रदेश के शाहजहाँपुर में 6 महीने पहले एक पुल का उद्घाटन योगी सरकार के नगर विकाश मंत्री सुरेश खन्ना ने किया था. लेकिन आज मात्र 6 महीनों में पुल की दुर्दशा हो चुकी हैं. आलम ये है कि पुल में जगह जगह गड्ढे हो गये हैं.
पुल के दोनों तरफ बनी एप्रोच रोडो के बीचों-बीच 8-8 फिट के बङे गढ्ढे हो गये हैं. ये गड्ढे राहगीरों के लिए दुर्घटना का सबब बने रहते हैं. बता दें कि पुल का निर्माण कार्य पिछली सपा सरकार में शुरू हुआ था. जिसे पीडब्ल्यूडी द्वारा करवाया गया.
गड्डों में बदल गया पुल:
पुल निर्माण के बाद 6 महीने पहले ही सीएम योगी के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने इसका उद्घाटन किया. लेकिन अब ये पुल सपा सरकार भाजपा सरकार और पीडब्ल्यूडी के बीच के भ्रष्टाचार में फंस कर रह गया.
बता दें कि साल 2016 में शाहजहांपुर जिले में खन्नौत नदी पर हनुमतधाम से लेकर रेती तक पुल बनवाने का काम शुरू किया गया. लेकिन उस दौरान भाजपा के नगर विधायक और समाजवादी पार्टी के चेयरमैन के बीच के विवाद के कारण पुल का निर्माण काम बीच में ही रुक गया. जिसके बाद सरकार बदली और नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना ने अधूरे पुल का काम एक बार फिर शुर करवाया.
भाजपा सरकार ने अधुरा पुल करवाया पूरा:
इस पुल के निर्माण में करोड़ों रुपये खर्च हुए लेकिन बारिश के बारिश के पानी के साथ मंत्री सुरेश खन्ना का ड्रीम प्रोजेक्ट ढह गया. बता दें कि 6 महीने पहले सीइएम योगी के शाहजहांपुर दौरे से पहले ही इसका उद्घाटन कर दिया गया. जिसके बाद सीएम योगी इसी पुल के जरिये हनुमंत धाम पहुंचे थे.
लेकिन अब पुल की ऐसी दुर्दशा के बाद भी प्रशासन इसकी सुध नहीं ले रहा. तकरीबन 15 करोड़ की लागत से बना ये पुल अपनी पहली बारिश को भी झेल न सका और गड्डों में तब्दील हो गया. जिससे साफ़ जाहिर होता है कि पुल निर्माण में बड़ा खपला हुआ हैं.