भूतपूर्व सैनिक संघ (उ.प्र.) के अध्यक्ष मेजर आशीष चतुर्वेदी ने बताया कि ये संगठन देश का सबसे बड़ा संघ है। यूपी में लगभग 4 लाख 56 हजार पूर्व सैनिक निवास करते हैं। संघ पूर्व सैनिकों, उनकी विधवाओं व सेनाओं से सम्बंधित विषयों व कल्याणकारी कार्यों का निर्वाहन करता है। उन्होंने बताया कि पिछले 6 महीने से नौकरी पाने की लड़ाई लड़ रहे 70 पूर्व सैनिकों को गुरुवार को राहत मिल गई। इन पूर्व सैनिकों के ग्राम विकास अधिकारी बनने का रास्ता साफ हो गया। मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय ने भूतपूर्व सैनिक संघ उप्र के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर इसका आश्वासन दिया है।
मेजर आशीष चतुर्वेदी ने बताया कि हाल में हुई यूपी पुलिस भर्ती में भी एक समस्या आई है। इसमें पूर्व सैनिकों को शारीरिक परीक्षण के दौरान 25 मिनट में 4.8 किमी की दौड़ पूरी करने का समय तय किया गया। लेकिन पूर्व सैनिकों (35 से 40 वर्ष) के लिए यह समय सीमा पर्याप्त नहीं है। ऐसे में मुख्य सचिव ने समय सीमा बढ़ाने का भी आश्वासन दिया है। मुख्य सचिव से वार्ता करने वालों में अनूप सिंह और प्रमोद श्रीवास्तव भी शामिल रहे।
भूतपूर्व सैनिक संघ (उ.प्र.) के अध्यक्ष मेजर आशीष चतुर्वेदी ने बताया कि इस साल ग्राम विकास अधिकारी की चयन प्रक्रिया में 70 पूर्व सैनिकों ने भी हिस्सा लिया था। सेवा चयन आयोग ने उन्हें इसलिए चयनित नहीं किया, क्योंकि आयोग के अनुसार इन पूर्व सैनिकों का सीसीसी सर्टिफिकेट मान्य नहीं था। जबकि यह सर्टिफिकेट नाइलेट द्वारा मान्य है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को मुख्य सचिव से इस मामले में वार्ता की गई, जिस पर उन्होंने 70 पूर्व सैनिकों के चयन को बहाल करने का आश्वासन दिया। साथ ही प्रमुख सचिव ग्राम विकास को निर्देश भी दिए।
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